झारखंड में इस समय मौसम के करवट बदले हुए हैं। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने 14 अगस्त 2025 के लिए पूरे प्रदेश में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। वजह है बंगाल की खाड़ी में सक्रिय हो रहा चक्रवाती सिस्टम, जिसने मॉनसूनी बारिश को और तेज़ कर दिया है। अगले 24 घंटों में झारखंड के कई जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी दी गई है।
कुछ प्रमुख जिले जैसे रांची, देवघर, बोकारो और धनबाद इस तेजी से बदलते मौसम की सीधी चपेट में आ सकते हैं। बुधवार की सुबह ही देवघर में 16.1 मिमी बारिश रिकॉर्ड हो चुकी है, और IMD मानकर चल रहा है कि आने वाले घंटों में बारिश का स्तर और ऊपर जा सकता है। कई इलाकों में 10 से 15 सेंटीमीटर तक पानी गिरने की संभावना जताई गई है।
रांची का अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 22.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है, जो अगस्त के औसत के आसपास ही है। वैसे भी, इस महीने झारखंड में सामान्य तौर पर 15 से 22 दिन तक बारिश होती है और तापमान 23 से 30 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता है। लेकिन इस समय बंगाल की खाड़ी के ताजा चक्रवात से हालात बिगड़ सकते हैं। भारी बारिश के चलते निचले इलाकों में जलभराव तथा बाढ़ जैसी स्थिति बनने का खतरा बढ़ गया है।
मौसम विभाग ने साफतौर पर लोगों को चेतावनी दी है कि बिना विशेष जरूरत के घर से बाहर ना निकलें और ऐसे रास्तों से बचें जो सामान्य से अधिक पानी में घिरे रहते हैं। निचले इलाकों में रहने वाले परिवारों को अतिरिक्त सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है। प्रशासन और स्थानीय आपदा प्रबंधन दल भी अलर्ट मोड पर हैं। किसी तरह की आपात स्थिति के लिए हेल्पलाइन सक्रिय कर दी गई है और राहत टीमों को स्टैंडबाय पर रखा गया है।
राजधानी रांची से लेकर ग्रामीण इलाकों तक, चौकसी बरती जा रही है। कई जगह सड़कों पर जलभराव की आशंका है, जिससे ट्रैफिक भी प्रभावित हो सकता है। जानकार बताते हैं कि पिछले कुछ सालों से मॉनसून के दौरान बंगाल की खाड़ी में बनने वाले इस तरह के सिस्टम से झारखंड में बाढ़ जैसी स्थिति और सामान्य जनजीवन में रुकावट ज्यादा देखने को मिलती है। मौसम विभाग की तरफ से यह भी बताया गया है कि अगर बारिश की रफ्तार इसी तरह बनी रही तो आने वाले दिनों में स्कूल, कॉलेज और संस्थानों में छुट्टियां भी घोषित की जा सकती हैं।
फिलहाल, राहत-बचाव दल तैयार हैं और प्रशासन की लगातार निगरानी जारी है। लोगों से उम्मीद यही है कि वे सतर्क रहें और प्रशासन के निर्देशों को गंभीरता से लें।