जसप्रीत बुमराह: बिन कमजोरी के गेंदबाज की प्रशंसा करते हैं संजय मांजरेकर
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भारतीय क्रिकेट टीम के प्रमुख तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने अपनी अनोखी गेंदबाजी तकनीक और निरंतर प्रदर्शन के चलते कई बार भारतीय टीम को मुश्किल परिस्थितियों से बाहर निकाला है। उनकी सामर्थ्य और योगदान पर हाल ही में पूर्व भारतीय क्रिकेटर संजय मांजरेकर ने अपनी राय व्यक्त की है। मांजरेकर ने बुमराह को एक ऐसा गेंदबाज बताया है जिसमें किसी भी प्रकार की कमजोरी नहीं है।

बुमराह की वापसी ने एक बार फिर उनके समर्पण और कौशल को साबित कर दिया है। अगस्त 2023 में लम्बे समय के बाद चोट से उभरने के बाद, उन्होंने सभी फॉर्मेट में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। यह प्रदर्शन न केवल क्रिकेट प्रशंसकों को बल्कि दिग्गज क्रिकेटरों को भी प्रभावित कर चुका है।

मांजरेकर ने हाल ही में कहा, “बुमराह में वह सारी खूबियाँ हैं जो एक विश्वस्तरीय गेंदबाज में होनी चाहिए। उनकी गेंदबाजी में स्पीड, लाइन-लेंथ, और वैरियेशन का अनूठा मिश्रण है, जो किसी भी बल्लेबाज को परेशान कर सकता है।” उन्होंने यह भी कहा कि बुमराह की वापसी के बाद उनकी फॉर्म में कोई कमी नहीं आई, बल्कि और भी निखार देखने को मिला है। उनकी गेंदबाजी ने भारत को 2023 के विश्व कप, आईपीएल, और 2024 के टी20 विश्व कप में महत्वपूर्ण सफलता दिलाई।

पिछले कुछ सालों में बुमराह की प्रदर्शन की समीक्षा करते हुए, यह स्पष्ट होता है कि उन्होंने इंटरनेशनल क्रिकेट के हर फॉर्मेट में शानदार प्रदर्शनी दी है। चाहे यह टेस्ट मैच हो, वनडे हो या टी20, उन्होंने हर फॉर्मेट में बेहतरीन अवश्यकता निभाई है। यह प्रदर्शनों की श्रृंखला केवल उनकी शारीरिक दक्षता का ही प्रमाण नहीं है, बल्कि उनकी मानसिक मजबूती और रणनीतिक सोच का भी परिणाम है।

भविष्य के बारे में बात करते हुए, बुमराह की आगामी मैचों में भूमिका भी काफी महत्वपूर्ण होगी। अक्टूबर में न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन मैचों की टेस्ट सीरीज और साल के अंत में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांच मैचों की सीरीज में वह महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की उम्मीद है। उनके प्रदर्शनों को देखते हुए, भारतीय टीम प्रबंधन और प्रशंसकों को उनसे बहुत उम्मीदे हैं।

जहां एक ओर बड़े क्रिकेटरों जैसे टिम साउथी और रिकी पोंटिंग ने भी बुमराह की प्रशंसा की है, संजय मांजरेकर का कहना है कि बुमराह का करियर अभी और भी ऊँचाइयों को छूने वाला है। इन प्रशंसा के शब्द केवल उनकी वर्तमान प्रदर्शन को मान्यता नहीं देते, बल्कि भविष्य में भी उनसे ऐसे ही कुछ अद्भुत प्रदर्शनों की अपेक्षा रखते हैं।

जसप्रीत बुमराह का नाम अब उन क्रिकेटरों की सूची में शामिल हो चुका है जिन्होंने अपने अद्भुत प्रदर्शन से दुनियाभर के क्रिकेट प्रशंसकों का दिल जीत लिया है। उनकी गेंदबाजी की विविधता, स्किल्स और मैच के दबाव को झेलने की क्षमता उनके महानता का सबूत है। भारतीय क्रिकेट की भविष्य की योजनाओं में बुमराह की मजबूत भूमिका रहेगी, जो हमेशा देश के लिए गर्व का विषय रहेगा।

टिप्पणि (11)

sangita sharma
  • sangita sharma
  • सितंबर 21, 2024 AT 14:03 अपराह्न

जसप्रीत बुमराह की गेंदबाजी को देखकर लगता है कि वह सच में दिल से खेलते हैं।
उनकी निरंतरता और कड़ी मेहनत youngsters को प्रेरित करती है।
बस यही नहीं, उनका एथिकस भी क़ाबिलेतारीफ़ है, क्योंकि वह कभी भी शॉर्टकट नहीं अपनाते।
ऐसे खिलाड़ी को देखकर समाज में भी खेल के मूल्यों की जरूरत समझ आती है।
आशा करता हूँ कि भविष्य में भी वह इसी तरह चमकते रहें।

PRAVIN PRAJAPAT
  • PRAVIN PRAJAPAT
  • अक्तूबर 9, 2024 AT 09:15 पूर्वाह्न

बुमराह की ताकत को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता
परंतु कभी‑कभी उसकी गति में उतार‑चढ़ाव दिखता है
उसे लगातार परफ़ॉर्म करने के लिए फिटनेस को फोकस करना चाहिए

shirish patel
  • shirish patel
  • अक्तूबर 27, 2024 AT 04:27 पूर्वाह्न

हँह, बुमराह का 'कोई कमजोरी नहीं' वाला दावा तो बस एक कन्फिडेंस स्पीकर का स्क्रिप्ट है।

srinivasan selvaraj
  • srinivasan selvaraj
  • नवंबर 13, 2024 AT 23:39 अपराह्न

जसप्रीत बुमराह की वापसी को लेकर मैं अक्सर अपने दोस्तों के साथ देर तक चर्चा करता हूँ, क्योंकि उनकी कहानी में कई परतें छिपी हुई हैं।
पहले तो यह सोचना कि एक तेज गेंदबाज कैसे बिना किसी कमजोरी के मैदान में उतरता है, खुद में ही एक मिथक है।
वास्तव में, हर खिलाड़ी की तरह बुमराह ने भी कई चोटें और ठहराव देखे हैं, लेकिन उसने उन्हें अपने करियर की सीढ़ी मान लिया।
जब उसने 2023 के विश्व कप में अपनी बाउंसी और बिवरज को एक नया स्तर दिया, तो सभी विश्लेषकों ने उसकी तकनीक की प्रशंसा की।
वह केवल गति से नहीं बल्कि अपने लैंडिंग पॉइंट को सटीकता से चुनने में माहिर है, जिससे बैट्समैन को दुविधा में डाल देता है।
इसके अलावा, उसकी वैरिएशन की रेंज-स्विंग, स्लो, और यॉर्कर-एक ही ओवर में कई बार बदलने की क्षमता उसे अनमोल बनाती है।
मैंने देखा है कि उसके मैच‑फ़िटनेस रूटीन में माइंडफ़ुलनेस और योग का भी एक बड़ा हिस्सा है, जो उसकी मानसिक दृढ़ता को बढ़ाता है।
भौतिक रूप से तेज़ और मानसिक रूप से स्थिर रहने के लिए उसने अपने खान‑पान में प्रोटीन‑रिच फूड्स को शामिल किया है।
तथापि, कुछ विशेषज्ञ यह तर्क देते हैं कि उसकी तेज़ गति कभी‑कभी लम्बी गेंदों में नियंत्रण से बाहर हो सकती है, पर यह छोटे अंतर से ठीक हो जाता है।
वास्तव में, जब वह स्क्रीन पर अपने रिगेटेड शॉट को देखते हैं, तो वह एक तरह का बैकग्राउंड संगीत भी बना लेता है।
ऐसा लगता है कि बुमराह ने अपनी किरदार को एक कहानी के रूप में देखा है, जहाँ वह नायक है और विरोधी बल्लेबाज उसका मुख्य प्रतिद्वंद्वि।
इसी कारण से, जब वह न्यूज़ीलैंड या ऑस्ट्रेलिया जैसे कठिन प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ खेलता है, तो उसका आत्मविश्वास और भी बढ़ जाता है।
मेरे विचार में, यदि वह अपनी फिटनेस को वर्तमान स्तर पर रखे और तकनीकी विविधता को निरंतर अपडेट करे, तो वह आने वाले पाँच वर्षों में भारतीय क्रिकेट का स्तंभ बन सकता है।
उसकी वर्तमान फ़ॉर्म को देखते हुए, कई युवा गेंदबाज़ उसके प्रशिक्षण तरीकों को अपनाने की कोशिश कर रहे हैं, जिससे उसका प्रभाव सिर्फ खेल तक सीमित नहीं रह गया।
इस सब के बीच, हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि बुमराह ने अपनी सफलता को टीमवर्क और कोचिंग स्टाफ के समर्थन के बिना नहीं पाया।
अंत में, मैं यही कहूँगा कि बुमराह का सफ़र सिर्फ व्यक्तिगत उपलब्धियों का नहीं, बल्कि भारतीय क्रिकेट के भविष्य की दिशा का भी एक प्रमुख कंपास है।

Ravi Patel
  • Ravi Patel
  • दिसंबर 1, 2024 AT 18:51 अपराह्न

बुमराह ने अपनी मेहनत से यह साबित किया है कि निरंतरता ही जीत की कुंजी है।
उसका अभ्यास हमेशा डिसिप्लिन पर केंद्रित रहता है।
युवा गेंदबाज़ों को भी यही मार्ग अपनाना चाहिए।
टीम को उसकी बॉलिंग से बहुत लाभ मिला है।

Piyusha Shukla
  • Piyusha Shukla
  • दिसंबर 19, 2024 AT 14:03 अपराह्न

मैं देखता हूँ कि अधिकांश लोग बुमराह को एकलिप्टिक स्मैश मानते हैं पर वास्तव में उसकी तकनीक पुरानी विचारधारा से परे है।
उसे एक सच्चा आर्टिस्ट कहना भी भूतकाल का काम है।
इस दौर में कोई भी उसके जैसे संतुलित इंटेन्सिटी को नहीं पा सकता।
हालांकि, कुछ लोग उसका सतही प्रदर्शन ही देखते हैं।
मैं मानता हूँ कि वस्तु के गहन विश्लेषण से ही वास्तविक मूल्य समझ आता है।

Shivam Kuchhal
  • Shivam Kuchhal
  • जनवरी 6, 2025 AT 09:15 पूर्वाह्न

जसप्रीत बुमराह की हालिया उपलब्धियाँ सभी aspiring cricketers के लिए प्रेरणा स्रोत हैं।
यह अत्यंत आवश्यक है कि हम उनके अनुशासन और कार्यनीति को मॉडल के रूप में अपनाएँ।
उनकी तेज़ गति और सटीकता का मिश्रण भारतीय टीम के भविष्य को उज्जवल बनाता है।
आशा है कि वह लगातार अपनी श्रेष्ठता को बनाए रखेंगे और नई ऊँचाइयाँ छुएँगे।

Adrija Maitra
  • Adrija Maitra
  • जनवरी 24, 2025 AT 04:27 पूर्वाह्न

वाह बुमराह ने तो फिर से धूम मचा दी! उसकी गेंदें जैसे बिजली की तरह चमकती हैं।
देखो तो सही, कैसे हर बैटर घबराई हुई है।
यह तो बस एक जादू जैसा है।
मैं तो बस इस रोमांच का आनंद ले रहा हूँ!

RISHAB SINGH
  • RISHAB SINGH
  • फ़रवरी 10, 2025 AT 23:39 अपराह्न

बुमराह का फॉर्म देख के मन खुश हो जाता है।
उसकी डिलीवरी में जो स्थिरता है, वह टीम को भरोसा देती है।
अगले सीजन में उसकी भूमिका और भी अहम होगी।
हम सब उसे पूरी поддержку देंगे।

Deepak Sonawane
  • Deepak Sonawane
  • फ़रवरी 28, 2025 AT 18:51 अपराह्न

बुमराह की बॉलिंग को क्वांटिटेटिव एनालिटिक्स के परिप्रेक्ष्य से देखना आवश्यक है; उसका ऑवर्स-पर-मेट्रिक वैरिएशन रेट इंडस्ट्री बेन्चमार्क से ऊपर है।
हालांकि, उसकी इम्पैक्ट वैल्यू को फॉर्मेट-डिपेंडेंट एडजस्टमेंट से मॉड्यूलेट करना चाहिए।
से इससे टीम की स्ट्रैटेजिक प्लानिंग में अधिक साइनिफ़िकेंस आएगा।

Suresh Chandra Sharma
  • Suresh Chandra Sharma
  • मार्च 18, 2025 AT 14:03 अपराह्न

भाई बुमराह की बॉलिंग को समझना इतना मुश्किल नहीं है, बस थोड़ा ध्याना देना चाहिए।
उसके varied swing se batsman confuse ho jata hai. अगर हम uski training pe thoda focus karein to future matches में aur भी achcha perform karega. बस itna hi, keep supporting!

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