उज्जैन में महिला के साथ क्रूरता, आरोपी गिरफ्तार

उज्जैन के अगर नाका क्षेत्र में एक महिला कबाड़ी के साथ बलात्कार की घटना ने पूरे शहर को हिला कर रख दिया है। यह घटना तब सामने आई जब कुछ अनजान व्यक्तियों द्वारा रिकॉर्ड किया गया वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। घटना के विषय में जानकारी देते हुए नगर पुलिस अधीक्षक (सीएसपी) ओम प्रकाश मिश्रा ने बताया कि आरोपी लोकश ने महिला से शादी का वादा किया, उसे शराब पिलाई और फिर उसके साथ बलात्कार किया।

कहानी तब और भी प्रकाश में आई जब महिला ने शराब के प्रभाव से मुक्त होने के बाद पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई। तत्काल ही कार्रवाई करते हुए पुलिस ने आरोपी लोकश को गिरफ्तार कर लिया। इस पूरी घटना में सबसे पीड़ादायक बात यह है कि वीडियो में दिख रहे तीन से चार संदिग्धों ने घटना को रोकने का कोई प्रयास नहीं किया, बल्कि उसे रिकॉर्ड किया। पुलिस इन संदिग्धों की पहचान कर उन्हें पकड़ने के प्रयास कर रही है।

पीड़िता की स्थिति और जांच में प्रगति

पीड़ित महिला का स्वास्थ्य स्थिर है और वह इस समय अपने निवास पर है। पुलिस लगातार उसकी हालत पर नजर रख रही है और मानसिक समर्पण के लिए सभी आवश्यक मदद उपलब्ध करा रही है। इस घटना को लेकर शहर में आक्रोश व्याप्त है और लोगों ने इस प्रकार की घटनाओं के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।

कांग्रेस के मध्य प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय मंत्री मोहन यादव की चुप्पी को लेकर कड़ी आलोचना की है। पटवारी ने इस घटना को 'जंगल राज' करार दिया और कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति बेहद खराब है।

राजनीतिक प्रतिक्रिया

इस घटना के विरोध में मध्य प्रदेश भाजपा प्रमुख वी.डी. शर्मा ने बयान जारी कर कहा कि आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है और राज्य सरकार सुनिश्चित करेगी कि आरोपी को कड़ी से कड़ी सजा मिले। शर्मा ने ये भी कहा कि यह भाजपा सरकार ही है जिसने ऐसे अपराधियों के लिए मौत की सजा का प्रावधान सबसे पहले किया।

कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने भाजपा शासित राज्यों पर निशाना साधते हुए कहा कि इन राज्यों में महिलाओं की सुरक्षा की स्थिति बेहद शर्मनाक है। उन्होंने भाजपा शासित राज्यों की मौन चुप्पी पर भी सवाल उठाए और इसे राष्ट्रीय शर्म का विषय बताया।

सामाजिक और नैतिक दृष्टिकोण

इस घटना ने समाज में महिला सुरक्षा और नैतिक जिम्मेदारी के विषय में एक बड़ी बहस को जन्म दिया है। जिस प्रकार से कुछ लोगों ने अपनी जिम्मेदारियों को नजरअंदाज कर घटना का वीडियो रिकॉर्ड किया, वह समाज में नैतिक जिम्मेदारी की कमी को दर्शाता है। पुलिस और प्रशासन की भूमिका तो इसमें महत्वपूर्ण है ही, लेकिन समाज के हर नागरिक को भी अपनी सामाजिक जिम्मेदारी को समझना होगा और ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सक्रिय होना होगा।

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