जब आप Shiv Sena को देखें, तो यह समझना जरूरी है कि यह एक राज्यवादी राजनीतिक दल है। Shiv Sena, 1966 में बालासाहेब ठाकरे ने महाराष्ट्र में प्रजाओं के अधिकार और मराठी पहचान की रक्षा के लिए स्थापित किया. Also known as शिवसेना का लक्ष्य अक्सर बर्गीय और सांस्कृतिक मुद्दों को चुनौतियों के रूप में पेश करना रहा है। इसी संदर्भ में Maharashtra, भारत का सबसे बड़ा राज्य, जहाँ शिवसेना की जड़ें गहरी हैं का सामाजिक‑राजनीतिक परिदृश्य सीधे इस पार्टी की ताकत को दर्शाता है।
शिवसेना का विचारधारा Balasaheb Thackeray, संस्थापक और मराठी मान‑संस्कृति के प्रमुख प्रचारक. Also known as बाळासाहेब ठाकरे के नेतृत्व में 'मराठी मनोभाव' को प्राथमिकता दी गई। उनका नारा "हिंदू राष्ट्र, मराठी प्रान्त" आज भी कई अनुयायियों के दिल में गूंजता है, जिससे पार्टी का राष्ट्रीय स्तर पर भी पहचान बनती है। इसी कारण से कई बार वह राष्ट्रीय बैठकों में भी अपनी स्थिति स्पष्ट करता रहा।
वर्षों से शिवसेना ने विभिन्न गठबंधनों के माध्यम से सत्ता हासिल की है। सबसे उल्लेखनीय BJP, भारतीय जनता पार्टी, जो राष्ट्रीय स्तर पर प्रमुख विपक्षी ताकत है और अक्सर शिवसेना के साथ ओम्निबस गठबंधन बनाती है के साथ उसका सहयोग कई बार राज्य तथा केंद्र सरकार में महत्वपूर्ण पदों तक पहुँचाया है। यह गठबंधन न केवल मतदाता आधार को विस्तृत करता है, बल्कि नीति‑निर्माण में भी दो पक्षी विचारों को मिलाता है। दूसरी ओर, कभी‑कभी शिवसेना ने NCP, राष्ट्रीय जनता पार्टी, महाराष्ट्र की एक प्रमुख राज्य स्तर की पार्टी के साथ भी गठबंधन की संभावना जताई है, जिससे वह अपनी रणनीतिक ताकत को दोधारी बना सके।
इन जटिल गठबंधनों ने शिवसेना को चुनावी रणनीति में लचीलापन दिया है, लेकिन साथ ही आंतरिक टकराव भी पैदा किया है। उदाहरण के तौर पर, 2024 के विधानसभा चुनाव में गठबंधन चयन की उलझन अब भी राजनीतिक विश्लेषकों के बीच चर्चा का विषय है। इस प्रकार, शिवसेना का गठबंधन मॉडल दर्शाता है कि राजनीति में संतुलन कैसे बना रहता है, जबकि विभिन्न विचारधाराओं को एक मंच पर लाने की कोशिश होती है।
शिवसेना की सामाजिक पहल भी दबाव में नहीं रही। पार्टी ने मराठी भाषा, महाराष्ट्र में रोजगार और बुनियादी ढांचे के विकास पर कई परियोजनाएँ शुरू की हैं। राजस्थान, गुजरात और दिल्ली जैसे राज्यों में भी मराठी प्रवासी समुदाय के अधिकारों के लिए उन्होंने आवाज़ उठाई है। यह व्यापक दृष्टिकोण दिखाता है कि शिवसेना केवल महाराष्ट्र तक सीमित नहीं, बल्कि भारतीय संघ में अपनी पहचान बढ़ा रही है।
नीचे आप विभिन्न लेखों की सूची पाएँगे जो शिवसेना के नवीनतम बयान, चुनावी परिणाम, गठबंधन की संभावनाएँ और पार्टी के भीतर की गतिशीलता को कवर करते हैं। ये लेख आपको राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर पार्टी की भूमिका को समझने में मदद करेंगे, साथ ही राजनीति के उतार‑चढ़ाव को बेहतर ढंग से पढ़ने का अवसर देंगे।
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