अगर आप या आपका कोई जानने वाला बलात्कार का शिकार हुआ है, तो सबसे जरूरी बात है सुरक्षा और तेजी से कार्रवाई। बिना घबराए कुछ ठोस कदम उठाने से बाद में सबूत और आपकी शिकायत मजबूत रहती है।
पहली priority: सुरक्षित जगह पर जाएँ। अगर खतरा है तो 112 या 181 पर कॉल करें। 112 इमरजेंसी नंबर है और 181 कई राज्यों में महिला हेल्पलाइन के रूप में काम करता है। नाबालिग मामले में 1098 (चाइल्ड हेल्पलाइन) भी उपयोगी है।
स्रोत-साक्ष्य बचाएँ: कपड़े बदलने या नहाने से बचें—जो कपड़े थे वही रखें और प्लास्टिक थैले में रखकर सुरक्षित करें। किसी भी तरह की फिजिकल चोट की तस्वीरें लें या किसी भरोसेमंद व्यक्ति को दिखाएं।
चश्मदीद गवाहों के नाम और संपर्क नोट कर लें। घटनास्थल की स्थिति, समय और यदि संभव हो तो किसी संदेश/कॉल की रिकॉर्डिंग सुरक्षित रखें।
सबसे पहले नजदीकी सरकारी अस्पताल में जाकर मेडिकल जांच (MLC/Forensic Exam) कराएं — यह बाद में कानूनी सबूत के लिए जरूरी होता है। डॉक्टर को घटनाक्रम साफ़ बताइए मगर अनावश्यक विवरण देने से बचें।
FIR दर्ज कराना आपका अधिकार है। पुलिस पहुंचने में देरी हो तो नजदीकी थाना जाकर या ऑनलाइन शिकायत कर सकते हैं। बलात्कार भारतीय दंड संहिता में Section 375 और Section 376 के तहत दंडनीय है। नाबालिग पीड़ितों के मामले POCSO एक्ट के तहत आते हैं—यह अलग और सख्त कानून है।
अगर पुलिस मदद नहीं कर रही है तो कोर्ट में डायरेक्ट शिकायत या किसी वकील से संपर्क करें। कई राज्यों में मुफ्त कानूनी मदद और विक्टिम कंपंसेशन स्कीमें उपलब्ध हैं—इनकी जानकारी महिला सहायता केंद्रों और नॉन-प्रॉफिट्स से लें।
सहारा और मनोवैज्ञानिक मदद उतनी ही जरूरी है। सरकारी और NGO स्तर पर क्राइसिस सेंटर्स और काउंसलिंग उपलब्ध होती है। भावनात्मक सहारा पाने के लिए परिवार, भरोसेमंद मित्र या मदद करने वाली संस्थाओं से जुड़ें।
प्रभावी कार्रवाई के लिए: घटना की तारीख, समय, जगह और संदिग्ध का विवरण लिख लें। डॉक्टर की रिपोर्ट, FIR की कॉपी, और कोई भी फ़ोन/मेसेज़ सबूत व्यवस्थित रखें। यह सब अदालत और अधिकारियों के सामने काम आएगा।
यदि आप किसी को सहायता करना चाहते हैं तो पहले उनकी सहमति और भावना का सम्मान करें। उन्हें सुनें, समझाएँ कि कुछ कदम मदद कर सकते हैं, और आवश्यक संसाधन जैसे हॉस्पिटल, पुलिस, वकील और काउंसलर का नंबर दें।
याद रखें: बलात्कार एक गंभीर अपराध है और आप अकेले नहीं हैं। राहत, चिकित्सा और कानूनी मदद उपलब्ध है — तुरंत कदम उठाने से न्याय मिलने की संभावना बढ़ती है।
उज्जैन के अगर नाका क्षेत्र में एक महिला कबाड़ी के साथ एक व्यक्ति द्वारा बलात्कार किया गया। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने कारण जानने और अन्य संदिग्धों की पहचान करने के लिए जांच शुरू कर दी है।