When working with आर्थिक सुधार, देश के विकास को तेज़ करने के लिए वित्तीय, उद्योग और सामाजिक नीतियों में किए गए बदलाव. Also known as आर्थिक परिवर्तन, it shapes growth, employment and living standards.
पहला बड़ा घटक है आर्थिक नीति, हर साल बजट में तय होने वाली राजकोषीय दिशा। इस नीति में टैक्स, खर्च और निवेश के नियम शामिल हैं और यह सीधे आर्थिक सुधार को दिशा देती है। जब सरकार नई कर छूट देती है या सार्वजनिक खर्च बढ़ाती है, तो कंपनियों को पूँजी मिलती है और रोजगार के अवसर बढ़ते हैं।
दूसरा महत्वपूर्ण हिस्सा है उद्योग विकास, निर्माण, उत्पादन और सेवा क्षेत्रों में सुधार और विस्तार। उद्योग विकास बिना आर्थिक सुधार के अधूरा है; नई तकनीक, आसान लाइसेंसिंग और निर्यात को बढ़ावा देना सीधे आर्थिक गति को तेज़ करता है। इस संबंध में हम कह सकते हैं: उद्योग विकास आर्थिक सुधार को तेज़ करता है।
तीसरी कड़ी है बजट सुधार, राजकोषीय संतुलन और संसाधन वितरण में सुधार। बजट सुधार में खर्च के प्राथमिक क्षेत्रों को पुनः शेड्यूल करना, गैर-आवश्यक व्यय को हटाना और इंफ़्रास्ट्रक्चर पर निवेश बढ़ाना शामिल है। बजट सुधार निवेश को आकर्षित करता है, जिससे आर्थिक सुधार में स्थिरता आती है।
इन तीन मुख्य स्तंभों के बीच कई संबंध बनते हैं: आर्थिक नीति निर्धारित करती है बजट सुधार की दिशा, बजट सुधार फिर उद्योग विकास को निधि देता है, और उद्योग विकास आर्थिक सुधार को गति देता है। इस चक्र को समझना पाठकों को यह स्पष्ट करता है कि कैसे प्रत्येक कदम एक-दूसरे को प्रभावित करता है। इसी कारण से हम कहते हैं, आर्थिक सुधार में वित्तीय नीति, बजट और उद्योग तीनों का बड़ा रोल है।
अब आप इस पेज पर नीचे दी गई खबरों और विश्लेषण को पढ़ेंगे, जहाँ विभिन्न क्षेत्रों में आर्थिक सुधार के प्रभाव दिखाए गए हैं। चाहे वह राज्य स्तर की लॉटरी, ऊर्जा परियोजनाएँ, या राजनीति‑आधारित नीतियाँ हों – सभी में आर्थिक सुधार की धारा स्पष्ट दिखेगी। तैयार हो जाएँ, क्योंकि आगे के लेखों में आपको विस्तृत आँकड़े, वास्तविक केस स्टडी और विशेषज्ञों की राय मिलेगी, जो आपके समझ को और गहरा करेगी।
25 दिसम्बर 2024 को निधन हुआ भारत के 14वें प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के आर्थिक, सामाजिक और विदेश नीति के व्यापक योगदान को इस विस्तृत लेख में समझा गया है। 1991 के आर्थिक उदारीकरण से लेकर MGNREGA, आरटीआई, शिक्षा और एटॉमिक डील तक उनकी विरासत का जिक्र है।