Adani Power के ताज़ा अपडेट

अगर आप भारत की ऊर्जा कंपनियों में रुचि रखते हैं तो अडानी पावर आपके लिस्ट में होना चाहिए। यह कंपनी अडानी ग्रुप का हिस्सा है और देश में बड़े‑बड़े पावर प्लांट चलाती है। यहाँ हम आपको आसान भाषा में बता रहे हैं कि अभी अडानी पावर में क्या चल रहा है, उसके प्रोजेक्ट कहाँ हैं, और शेयर मार्केट में कैसे चल रहा है।

मुख्य प्रोजेक्ट और विस्तार

अडानी पावर ने पिछले साल कई नई पावर यूनिट्स चालू कीं। मध्य प्रदेश में 2,000 MW की थर्मल प्लांट और गुजरात में 1,500 MW की सोलर फार्म सबसे बड़ा कदम था। ये प्रोजेक्ट देश की बिजली की कमी को कम करने में मदद करेंगे। कंपनी ने बताया है कि पाँच साल में कुल 12,000 MW क्षमता जोड़ने की योजना है, जिसमें कोयला, सोलर और हाइड्रो दोनों शामिल हैं।

एक और खबर यह है कि अडानी पावर अब ग्रीनहाउस गैस एमिशन कम करने के लिए कैप्चर टेक्नोलॉजी अपनाएगा। इस तकनीक से प्लांट के उत्सर्जन को 30 % तक घटाया जा सकता है। अगर आप पर्यावरण‑सचेत हैं तो यह पहल खास ध्यान देने वाली है।

वित्तीय स्थिति और शेयर पर असर

अडानी पावर के वित्तीय परिणाम पिछले तिमाही में बेहतर रहे। राजस्व में 12 % की बढ़ोतरी हुई और लाभ मार्जिन भी सुधरा। इसका कारण था नई पावर यूनिट्स का संचालन और सरकारी पावर्ड खरीदी अनुबंध। निवेशकों को यह आंकड़े पसंद आए, इसलिए शेयर की कीमत में हल्की बढ़ोतरी देखी गई।

हालांकि, कुछ एनालिस्ट कहते हैं कि कोयला‑आधारित प्लांटों पर नियामक दबाव बढ़ रहा है, इसलिए भविष्य में रीस्ट्रक्चरिंग की जरूरत पड़ सकती है। अगर आप अडानी पावर के शेयर में निवेश करने की सोच रहे हैं तो जोखिम और रिटर्न दोनों को ध्यान से देखिए।

एक आखिरी बात—अडानी पावर ने हाल ही में एलओएल (लॉन्ग-टर्म ऑपरेटिंग लाइसेंस) जारी करवाई है, जिससे उसकी कॉन्ट्रैक्ट अवधि 2035 तक पक्की हुई। इसका मतलब है कि कंपनी के पास लंबे समय तक आय का भरोसा है, जो निवेशकों को भरोसा देता है।

तो अब जब आप अडानी पावर के प्रोजेक्ट, वित्तीय मोर्चा और शेयर के बारे में जान गए हैं, तो आप आसानी से यह तय कर सकते हैं कि इस कंपनी को फॉलो करना चाहिए या नहीं। चाहे आप ऊर्जा सेक्टर के अपडेट चाहें या शेयर बाजार में अवसर देख रहे हों, अडानी पावर की खबरों पर नज़र रखें।

Adani Power को बिहार में 2,400 मेगावॉट थर्मल प्लांट का 25 साल का करार

Adani Power को बिहार के भागलपुर जिले के पीरपैंती में 2,400 मेगावॉट के अल्ट्रा सुपर-क्रिटिकल थर्मल प्लांट के लिए 25 साल का पावर सप्लाई करार मिला। कंपनी ने ₹6.075 प्रति यूनिट की दर पर बोली जीती। लगभग ₹26,482 करोड़ की लागत से बनने वाली यह परियोजना 60 महीनों में पूरी होने का लक्ष्य रखती है। निर्माण के दौरान 10-12 हजार और चालू होने पर करीब 3,000 रोजगार मिलेंगे।

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