टेनिस की दुनिया में जगह बनाने वाले दो महान खिलाड़ियों का नाम रोजर फेडरर और राफेल नडाल के रूप में सबसे आगे आता है। नडाल के करियर के अंतिम चरण में प्रवेश करते हुए, फेडरर ने उनकी तारीफों से भरा एक पत्र साझा किया है। यह पत्र न केवल उनके पेशेवर जीवन की उपलब्धियों को दर्शाता है, बल्कि उनके बीच गहरी दोस्ती और खेल के प्रति समर्पण को भी उजागर करता है।
रोजर फेडरर ने सोशल मीडिया पर नडाल के लिए एक भावनात्मक पत्र लिखा है। इस पत्र में उन्होंने नडाल के करियर की 'महाकाव्यीय' यात्रा की बातें की। फेडरर, जो स्वयं 20 बार के ग्रैंड स्लैम विजेता हैं, ने इस पत्र में यह स्वीकार किया कि नडाल ने उन्हें हमेशा चुनौती दी, कभी उनके रैकेट के आकार को बदलने के लिए भी मजबूर किया, ताकि वे खुद का प्रदर्शन बेहतर कर सकें।
नडाल और फेडरर की प्रतिद्वंद्विता टेनिस जगत के इतिहास का एक अविभाज्य हिस्सा रही है। फेडरर ने अपने पत्र में इस बात का ज़िक्र किया कि उनका पहला मैच 2004 में मियामी में हुआ था, जहां 17 वर्षीय नडाल ने उन्हें तीसरे राउंड में हराया था। उन्होंने साथ ही यह भी कहा कि नडाल ने उन्हें कई बार हराया, विशेष रूप से क्ले कोर्ट पर।
अपने पत्र में फेडरर ने नडाल के खेल के विशेष अंदाज की प्रशंसा की, जिसमें नडाल का पानी की बोतलों को संजीदगी से सजाना और अपनी पोशाक को गंभीरता से ठीक करना शामिल है। फेडरर ने स्वीकारा कि प्रतिस्पर्धा के दौरान भी उन्होंने नडाल के इस खास तरीके को हमेशा सराहा।
फेडरर ने पत्र में उनके बीच बनी यादों का भी जिक्र किया, जो दोनों ने कोर्ट के अंदर और बाहर बनाई थी। उन्होंने नडाल के साथ मिलकर टेनिस को बढ़ावा देने के प्रयासों, दर्शकों के बीच रिकॉर्ड तोड़ने वाले मैचों और उनके परिवारों के बीच के संबंधों का भी उल्लेख किया। फेडरर ने बताया कि कैसे उनके बच्चों को नडाल के मल्लोर्का स्थित अकेडमी का फायदा मिला।
फेडरर ने नडाल के परिवार और टीम की सफलता में उनकी भूमिका की भी तारीफ की। उन्होंने कहा कि नडाल का पुराना दोस्त उनके साथ है और उनके भविष्य के सभी प्रयासों के लिए जोरदार समर्थन जारी रहेगा।
रोजर फेडरर द्वारा लिखा गया यह पत्र न केवल दो टेनिस दिग्गजों के बीच की गहरी दोस्ती को दर्शाता है, बल्कि खेल की एक यादगार यात्रा के अंत का भी संकेत देता है। नडाल अपने अंतिम टूर्नामेंट की तैयारी कर रहे हैं, और फेडरर की यह श्रद्धांजलि उनके बीच मौजूद सम्मान और प्रशंसा की साक्षी है।
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