भारत और इंग्लैंड के बीच आयोजित चौथे टी20 मुकाबले में भारतीय टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए इंग्लैंड को 15 रनों से पराजित किया। इस मुकाबले के बाद भारत ने चार मैचों की इस श्रृंखला को 3-1 से अपने नाम कर लिया। इस जीत के साथ ही भारतीय टीम ने टी20 प्रारूप में अपनी ताकत और क्षमताओं का अच्छा प्रदर्शन किया है। महाराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम, पुणे में 31 जनवरी 2025 को इस नाटकीय मुकाबले का आयोजन हुआ।
इंग्लैंड के कप्तान जोस बटलर ने टॉस जीता और उन्होंने पहले गेंदबाजी का निर्णय लिया। इस निर्णय के पीछे इंग्लैंड का उद्देश्य था कि भारतीय बल्लेबाजों को पहले रोका जाए। वहीं, शृंखला को जीतने का सपना लिए, भारतीय कप्तान ने टीम में कुछ बदलाव किए जिनमें शिवम दुबे, रिंकू सिंह, और अर्शदीप सिंह को शामिल किया गया, जिन्होंने क्रमशः वॉशिंगटन सुंदर, ध्रुव जुरेल, और मोहम्मद शमी की जगह ली।
भारतीय टीम की शुरुआत सचमुच चिंताजनक रही। इंग्लैंड के तेज गेंदबाज साकिब महमूद ने भारतीय बल्लेबाजों पर टूटकर प्रहार किया। उनके दूसरे ओवर में ही उन्होंने संजू सैमसन, तिलक वर्मा और सूर्यकुमार यादव को आउट कर दिया। इस ट्रिपल विकेट ने भारतीय टीम को काफी दबाव में डाल दिया। हालांकि, भारतीय बल्लेबाजों की मजबूत इच्छाशक्ति से टीम इस संकट से बाहर निकलने में सफल रही।
इस कठिनाई के बीच, हार्दिक पांड्या ने अपनी जिम्मेदारी को प्रमुखता से समझा और मैदान पर आकर तेज गेंदबाजों का सामना किया। उन्होंने 30 गेंदों में 53 रनों की महत्वपूर्ण पारी खेलकर भारतीय टीम को मजबूत स्थिति में पहुँचाया। शिवम दुबे ने भी अपना योगदान दिया और हार्दिक के साथ साझेदारी रखते हुए स्कोर को 100 के पार पहुंचाया।
इंग्लैंड की टीम को 182 रनों की चुनौतीपूर्ण लक्ष्य प्राप्त करने का काम सौंपा गया था। सुरु में उनके ओपनिंग बल्लेबाजों ने कुछ अच्छे शॉट्स लगाए, लेकिन भारतीय गेंदबाजों ने अपनी अचूक व बड़े अनुभव का उपयोग कर इंग्लैंड को 166 रन पर समेट दिया। भारतीय टीम के सभी गेंदबाजों ने मिलकर उनका खेल बिगाड़ दिया और उन्हें जीतने के महज 15 रन दूर छोड़ दिया।
यह सीरीज भारतीय टीम के लिए बेहद महत्वपूर्ण साबित हुई है। इसमें भारत ने अपनी गहराई और लचीलापन दिखाया है। कठिन परिस्थितियों में हार्दिक पांड्या और शिवम दुबे जैसे खिलाड़ियों के प्रदर्शन ने टीम को सेटबैक से बाहर निकालने में मदद की। भारत इस जीत से आत्मविश्वास से भरा हुआ है और इसकी प्रशंसा का कोई अंत नहीं। भारतीय क्रिकेट प्रेमियों के लिए यह जीत गर्व और खुशी का क्षण है।
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