चौथे टी20 में 'कॉनकशन सब्स्टीट्यूट' पर मचा बवाल

मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में भारत और इंग्लैंड के बीच टी20 सीरीज का चौथा मुकाबला विवादों में घिर गया, जब गौतम गंभीर की कोचिंग में भारतीय टीम ने कॉनकशन सब्स्टीट्यूट के तहत शिवम दुबे की जगह हर्षित राणा को उतार दिया। इंग्लैंड के कप्तान जोस बटलर और पूर्व खिलाड़ी केविन पीटरसन ने इस फैसले पर कड़ी प्रतिक्रिया दी। उनका कहना था कि दुबे और राणा ‘like-to-like’ सब्स्टीट्यूट नहीं हैं और भारत ने रणनीतिक तौर पर यह बदलाव किया है।

दरअसल, मैच के दौरान शिवम दुबे को सिर पर गेंद लगी थी और सुरक्षा नियमों के तहत उन्हें मैदान छोड़ना पड़ा। इसी बीच भारतीय टीम ने हर्षित राणा को उनकी जगह खेलने भेजा। मैच रेफरी जावगाल श्रीनाथ ने सब्स्टीट्यूट को मंजूरी दी, लेकिन इंग्लिश खेमे ने शिकायत दर्ज कराई कि राणा का चयन गेंदबाजी को मजबूत करने के लिए किया गया है, क्योंकि दुबे की तरह वे बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों करते हैं, लेकिन राणा मुख्य रूप से तेज गेंदबाज हैं। इंग्लैंड टीम इस बात से नाखुश दिखाई दी।

गंभीर की हाजिरजवाबी और भारत की रणनीति

मैच के बाद मीडिया बातचीत में जब गंभीर से पूछा गया कि राणा को क्यों लिया गया, तो उन्होंने मजाकिया लहज़े में कहा, “वो चार ओवर तो जरूर डालता आज।” गंभीर के इस जवाब में न सिर्फ इंग्लैंड के आरोपों का जवाब था, बल्कि टीम इंडिया के आत्मविश्वास की भी झलक थी।

गंभीर ने बताया कि भारत का प्लान ही स्पिनरों के सहारे इंग्लिश बल्लेबाज़ों को जकड़ना था। उन्होंने रवि बिश्नोई और वरुण चक्रवर्ती की जोड़ी को मिडल ओवर्स में इस्तेमाल किया, जिन्होंने इंग्लैंड के बल्लेबाज़ों को लगातार दबाव में रखा। इस सीरीज में तेज गेंदबाजों के बजाय भारत ने स्पिन विकल्पों पर भरोसा दिखाया और एक ही फ्रंटलाइन पेसर के साथ मैचों में उतरा।

भारत ने सीरीज 4-1 से अपने नाम की और आखिरी मुकाबलें में इंग्लैंड को 150 रन से करारी मात दी। इस पूरे विवाद के बीच भारत के गेंदबाजों की तारीफ भी हुई, क्योंकि टीम ने अलग-अलग कॉम्बिनेशन में नए खिलाड़ियों को आजमाया और हर बार इंग्लैंड की मजबूत बल्लेबाजी को कड़ी चुनौती दी। गंभीर के तंज ने बतौर कोच उनकी मजबूत सोच और टीम के बैलेंस को लेकर उनकी स्पष्टता जाहिर कर दी।

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