जब एमेलिया जेन्नी केर, न्यूज़ीलैंड की 24‑साल की ऑल‑राउंडर, ने वुमेन्स प्रीमियर लीग (WPL) 2023 में एमसीजी (Mumbai Indians) को चैंपियनशिप दिलाई, तो सबकी धड़कन तेज़ हो गई। इस सफलता के बाद, वही खिलाड़ी आईसीसी महिला टी20 विश्व कप 2024 के फाइनल में 43 रन बनाकर और 3 विकेट लेकर न्यूज़ीलैंड को पहला टाइटल जीताने में अहम रही।
यह सब वेलिंगटन, न्यूज़ीलैंड में 10 अक्टूबर 2000 को जन्मी केर के सपनों का सिलसिला है। क्रिकेट के जेन्युइन परिवार की बेटी, जहाँ उसके पिता जॉन केर और माँ सोनिया मार्करी दोनों प्रथम‑क्लास क्रिकेटर रहे हैं, वहीं दादा ब्रूस मार्करी एक समय न्यूज़ीलैंड के टेस्ट खिलाड़ी थे।
2023 की शुरुआत में मुंबई इंडियंस ने केर को INR 1 करोड़ (₹10,000,000) की कीमत पर खरीदा। प्रथम सीज़न में उनका योगदान बस ‘आश्चर्यजनक’ नहीं, बल्कि ‘अविस्मरणीय’ था। 21 मार्च को रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) के खिलाफ मैच में उन्होंने अनबेट 31 रन बनाकर खेल को 21 गेंदों में समाप्त किया और ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ घोषित हुईं। कुल 29 मैचों में 437 रन (स्ट्राइक‑रेट 119.40) और 40 विकेट के साथ उनका औसत 1.12 रन/ओवर का इकोनॉमी रेट, दोनों बल्लेबाज़ी और गेंदबाज़ी में उनकी बहुमुखी प्रतिभा दिखाता है।
सितंबर 2024 में न्यूज़ीलैंड ने उन्हें अपनी T20 विश्व कप स्क्वॉड में शामिल किया। 20 अक्टूबर को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ फाइनल में केवल 38 गेंदों में 43 रन और 3/24 की गेंदबाज़ी के साथ उन्होंने न्यूज़ीलैंड को जीत दिलाई। यह पहला बार था जब किसी महिला खिलाड़ी को ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ के साथ-साथ ‘प्लेयर ऑफ द टुर्नामेंट’ का खिताब मिला। इंटरनैशनल क्रिकेट काउंसिल ने इसे मान्यते के साथ ‘आईसीसी महिला टी20I क्रिकेटर ऑफ द ईयर 2024’ घोषित किया।
दुर्भाग्य से, 24 अक्टूबर 2024 को भारत में ODI सीरीज़ की पहली मैच में बाएं क्वाड्रिसेप्स मसल में गंभीर चोट लग गई, जिससे वह शेष श्रृंखला से बाहर हो गईं। फिर भी, उनका रिटर्न 2025 में मैन्चेस्टर ऑरिजिनल्स के साथ ‘द हंड्रेड’ में सौदाबाज़ी की नई ऊँचाई पर हुआ – सेलरी बैंड £65,000, जो 2022 की £25,000 की तुलना में दोगुना था।
केर का सफ़र एक ‘स्कूल‑लेवल लेग स्पिनर‑बेटिंग ओपनर’ से लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ‘नई पीढ़ी की आइकन’ तक का है। भारत में ‘WPL के नए क्रश’ कहे जाने वाले उनकी स्टाइल, तेज़ी और ठंडे दिमाग की प्रशंसा कई मीडिया आउटलेट्स ने की है। उनके युग में कई युवा लड़कियों ने क्रिकेट के मैदान में कदम रखने का हौसला पाया है।
विशेषज्ञ मानते हैं कि यदि वह अब की तरह ही फिट होकर वापसी करती हैं, तो 2026 तक वह अपने वर्ल्ड कप रिकॉर्ड को और भी ऊँचा कर सकती हैं। कोच जॉनी हेमसन ने कहा, “केर की बहु-प्रतिभा और प्रतिस्पर्धी भावना टीम के भविष्य को सुरक्षित करती है।” इस बात को देखते हुए, मुंबई इंडियंस ने 2025 के WPL ड्राफ्ट में उन्हें ‘परफ़ेक्ट बॉल’ के रूप में नामांकित किया है।
21 मार्च 2023 को RCB के खिलाफ उनका unbeaten 31 रन, 4 विकेटों के लक्ष्य को सिर्फ 21 गेंदों में चकमा देते हुए, और ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ पुरस्कार उसके सबसे चर्चित पलों में से एक माना जाता है।
ऑक्टोबर 2024 में क्षतिग्रस्त क्वाड्रिसेप्स के बाद, टीम ने उन्हें मार्च 2025 तक पूरी तरह स्वस्थ मानते हुए, मैन्चेस्टर ऑरिजिनल्स की सत्र की तैयारी में शामिल किया। फिजियोथेरेपी और हल्के-फुल्के मैचों से धीरे‑धीरे वापसी की योजना है।
केर को 2024 में ODI श्रृंखला में कप्तान नियुक्त किया गया था, और विश्व कप में उनकी ऑल‑राउंडर क्षमताओं ने टीम को निर्णायक उलटफेर करने में मदद की। वह अब टीम की रणनीतिक योजना और मैदान पर नेतृत्व की मुख्य धुरी हैं।
वुमेन्स प्रीमियर लीग (WPL) और द हंड्रेड दोनों में उनकी भूमिका प्रमुख मानी जा रही है। विशेष रूप से 2025 के WPL में उनका प्रदर्शन, जहाँ उन्होंने पहले ही 18 विकेट पकड़े हैं, बहुत नज़र में है।
वर्ल्ड कप फाइनल में दोनों ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ और ‘प्लेयर ऑफ द टुर्नामेंट’ के साथ-साथ ICC की ‘वुमेन्स टी20I क्रिकेटर ऑफ़ द ईयर 2024’ का खिताब, उन्होंने इस क्षेत्र में पहली बार हासिल किया है, जो कई युवा खिलाड़ियों के लिये प्रेरणा का स्रोत बन गया है।
एमेलिया केर की कहानी वाकई रोमांचक है, जो एक छोटे शहर से विश्व मंच तक पहुँची।
उनकी बैटिंग में तेज़ी और गेंदबाज़ी में सटीकता का अद्भुत मिश्रण दिखता है।
WPL 2023 में मुंबई इंडियंस के साथ उनका योगदान सिर्फ आंकड़ों तक सीमित नहीं रहा।
31 रन की अनबेट innings ने मैच को नाटकीय मोड़ दिया और टीम को जीत की राह पर ले गया।
इस जीत ने न केवल टीम बल्कि पूरे भारत के महिला क्रिकेट प्रेमियों के दिलों में उत्साह जलाया।
विश्व कप फाइनल में 43 रन बनाकर और 3 विकेट लेकर उन्होंने न्यूज़ीलैंड को नया इतिहास लिखवाया।
पहली बार महिला खिलाड़ी को दोनो पुरस्कार मिलना उनके अथक परिश्रम का प्रतिफल है।
हालांकि उनका क्वाड्रिसेप्स में चोट आना असुविधाजनक रहा, लेकिन उनका रिटर्न भी प्रेरणादायक है।
भविष्य में यदि वह फिट रह पाई तो 2026 तक उनके रिकॉर्ड और भी ऊँचे शिखर पर पहुँच सकते हैं।
कोच जॉनी हेमसन की टिप्पणी ने उनकी बहु-प्रतिभा को और उजागर किया।
इस प्रकार की बहु-क्षमता वाली खिलाड़ी को देखना हर युवा खिलाड़ी के लिये एक मानदंड बन जाता है।
वर्तमान में वो 'द हंड्रेड' लीग में भी अपनी कीमत साबित कर रही हैं।
उनकी स्टाइल और ठंडे दिमाग की प्रशंसा कई मीडिया आउटलेट्स कर रहे हैं।
न्यूज़ीलैंड में उनका परिवारिक क्रिकेट पृष्ठभूमि उनके खेल में नज़र आती है।
कुल मिलाकर, एमेलिया केर का सफर युवा पीढ़ी के लिये साहस और आत्मविश्वास का संदेश देता है।
एमेलिया की मेहनत वाकई बेजोड़ है! 🙂
एमेलिया की उपलब्धियों को देखकर हमारी राष्ट्रीय गरिमा भी झलकती है; यही वह एथलीट है जिसे हम सबको सम्मान देना चाहिए।
उनकी धैर्य और मेहनत ने भारत की लड़कियों में नए सपने जगाए हैं।
यदि युवा खिलाड़ी उनकी तरह कठिनाइयों को पार कर सकें तो देश का भविष्य उज्जवल होगा।
न केवल खेल, बल्कि जीवन के हर मोड़ पर उनका उदाहरण प्रेरणा देता है।
इसलिए हमें उनके प्रयासों को हमेशा याद रखना चाहिए।
एमेलिया का लघु-समय में दोँनो कौशल दिखाना वास्तव में एक उत्कृष्ट उदाहरण है।
उनकी गेंदबाज़ी इकोनॉमी और हाई स्ट्राइक रेट को संतुलित करने की क्षमता नए कोचिंग मॉडल में शामिल की जानी चाहिए।
साथ ही, उनका मानसिक दृढ़ता युवा खिलाड़ी समूह में फ़ोकस सत्रों के लिए मॉडल बन सकता है।
भविष्य में उनकी तरह ऑल‑राउंडर विकसित करने के लिए संरचनात्मक समर्थन आवश्यक है।