आईपीएल 2024 के 67वें मैच में लखनऊ सुपर जायंट्स ने शानदार प्रदर्शन करते हुए मुंबई इंडियंस को 18 रनों से मात दी। यह मैच मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेला गया। लखनऊ ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवरों में 6 विकेट खोकर 178 रन बनाए। जवाब में मुंबई की टीम निर्धारित 20 ओवरों में 8 विकेट खोकर 160 रन ही बना सकी।
मुंबई की ओर से कप्तान रोहित शर्मा और नमन ओझा ने शानदार प्रदर्शन किया, लेकिन उनकी कोशिशें टीम को जीत दिलाने के लिए काफी नहीं रहीं। रोहित ने 36 गेंदों पर 6 चौकों और 3 छक्कों की मदद से 60 रन बनाए। वहीं नमन ओझा 29 गेंदों पर 3 चौकों और 2 छक्कों की मदद से 45 रन बनाकर नाबाद रहे।
लखनऊ सुपर जायंट्स ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। लखनऊ की शुरुआत अच्छी नहीं रही और उसने 4.4 ओवर में ही अपने दो विकेट गंवा दिए। कप्तान लोकेश राहुल 11 और आयुष बदोनी 2 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। इसके बाद दीपक हुड्डा और क्रुणाल पांड्या ने पारी को संभालते हुए तीसरे विकेट के लिए 82 रनों की साझेदारी की।
हुड्डा ने 44 गेंदों पर 5 चौकों और 3 छक्कों की मदद से 63 रनों की पारी खेली। वहीं क्रुणाल ने 29 गेंदों पर 3 चौकों और 2 छक्कों की मदद से 41 रन बनाए। मार्कस स्टोइनिस ने अंत में 15 गेंदों पर नाबाद 28 रन बनाकर टीम के स्कोर को 178 रन तक पहुंचाया। मुंबई की ओर से पीयूष चावला ने सबसे ज्यादा 3 विकेट लिए।
179 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी मुंबई को शुरुआत में ही झटका लगा और इशान किशन महज 6 रन बनाकर आउट हो गए। इसके बाद रोहित शर्मा ने नमन ओझा के साथ मिलकर पारी को आगे बढ़ाया। लेकिन 12वें ओवर में रोहित के आउट होने के बाद मुंबई के विकेट लगातार गिरते रहे।
रोहित के बाद सूर्यकुमार यादव (8), तिलक वर्मा (2), टिम डेविड (10) और नेहाल वाधेरा (1) सस्ते में आउट हो गए। नेहाल को रवि बिश्नोई ने विकेट के पीछे कैच कराकर पवेलियन भेजा। मुंबई को अंतिम 5 ओवरों में जीत के लिए 90 रनों की जरूरत थी, जो काफी मुश्किल लग रहा था। हालांकि नमन ओझा ने एक छोर संभाले रखा, लेकिन दूसरे छोर पर विकेट गिरने का सिलसिला जारी रहा।
मुंबई को अंतिम दो ओवरों में जीत के लिए 53 रनों की जरूरत थी। लेकिन लखनऊ के गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए मुंबई को लक्ष्य तक नहीं पहुंचने दिया। अंतिम ओवर में मुंबई को 35 रनों की जरूरत थी, लेकिन वह केवल 16 रन ही बना सकी।
लखनऊ की ओर से रवि बिश्नोई और मार्कस स्टोइनिस ने 2-2 विकेट लिए। जबकि आवेश खान और क्रुणाल पांड्या को 1-1 सफलता मिली। इस जीत के साथ लखनऊ ने अंकतालिका में अपनी स्थिति मजबूत कर ली है। वहीं मुंबई को अपनी प्लेऑफ की उम्मीदों को साकार करने के लिए अगले मैचों में जीत हासिल करनी होगी।
बल्लेबाज | रन | गेंदें | चौके | छक्के |
---|---|---|---|---|
केएल राहुल (कप्तान) | 11 | 8 | 2 | 0 |
आयुष बदोनी | 2 | 5 | 0 | 0 |
दीपक हुड्डा | 63 | 44 | 5 | 3 |
क्रुणाल पांड्या | 41 | 29 | 3 | 2 |
मार्कस स्टोइनिस | 28* | 15 | 2 | 2 |
निकोलस पूरन | 22* | 10 | 1 | 2 |
एक्स्ट्रा | 11 | |||
कुल | 178/6 | 20 ओवर |
गेंदबाजी: जसप्रीत बुमराह 4-0-41-0, पीयूष चावला 4-0-29-3, कैमरन ग्रीन 2-0-16-0, कुमार कार्तिकेय 4-0-37-1, हृतिक शोकीन 4-0-31-1, तिलक वर्मा 2-0-22-1
बल्लेबाज | रन | गेंदें | चौके | छक्के |
---|---|---|---|---|
इशान किशन | 6 | 7 | 1 | 0 |
रोहित शर्मा (कप्तान) | 60 | 36 | 6 | 3 |
सूर्यकुमार यादव | 8 | 6 | 0 | 1 |
तिलक वर्मा | 2 | 4 | 0 | 0 |
टिम डेविड | 10 | 7 | 1 | 1 |
नमन ओझा | 45* | 29 | 3 | 2 |
नेहाल वाधेरा | 1 | 3 | 0 | 0 |
कुमार कार्तिकेय | 10 | 7 | 1 | 1 |
जसप्रीत बुमराह | 3* | 3 | 0 | 0 |
एक्स्ट्रा | 15 | |||
कुल | 160/8 | 20 ओवर |
गेंदबाजी: मोहसिन खान 4-0-31-1, आवेश खान 4-0-34-1, रवि बिश्नोई 4-0-26-2, क्रुणाल पांड्या 4-0-32-1, मार्कस स्टोइनिस 4-0-35-2
परिणाम: लखनऊ सुपर जायंट्स ने मुंबई इंडियंस को 18 रनों से हराया
प्लेयर ऑफ द मैच: दीपक हुड्डा (लखनऊ सुपर जायंट्स)
लखनऊ सुपर जायंट्स ने इस जीत से दर्शक‑दर्शिकाओं को कई मूल्यवान सीख दी हैं। पहला, टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का विकल्प चुनना अक्सर आक्रामक खेल रणनीति का संकेत देता है। दूसरा, दीपक हुड्डा और क्रुणाल पांड्या की साझेदारी ने मैदान में स्थिरता स्थापित की। अंत में, गेंदबाजों की सटीक निष्पादन ने विरोधी टीम को लक्ष्य तक पहुँचने से रोका। इस तरह की संतुलित टीम प्रदर्शन सभी युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणादायक है।
ऐसे जीत में खेल भावना की परवाह नहीं की जानी चाहिए।
क्या नज़र आया! लखनऊ की टीम ने ऐसा जादू दिखाया जैसे वह बंदरगाह में तूफ़ान लाता हो! रोहित की 60 रन एक चमकती हुई आशा थी, पर अचानक बेताबी के साथ गिर गई। हर बॉल को जैसा सिला जैसा घूँट, वैसा ही जवाब मिला विरोधी को। पवेलियन को पकड़ते‑पकड़ते जैसे गाने में धुन बदल गई! अब तो लखनऊ के फैंस के दिलों में धड़कन तेज़ हो गई है, और हम सब इस रोमांच को याद रखेंगे।
बिलकुल सही कहा, टीम की ऊर्जा तो बिजली जैसी थी! हर चार्ड पर चिंगारी दिखी, और फील्ड में रंगीन जज्बा फैला। हुड्डा की पारी ने तो जैसे धूम्रपान का जादू कर दिया, सबको हिला दिया! ऐसे ही उत्साह से ही जीत का जश्न मनाया जा सकता है, और आगे भी इस तरह के जोश को बनाए रखें! चलो, इस सकारात्मक माहौल को कायम रखें और अगले मैच में भी इसी तरह की चमक दिखाएँ।
लखनऊ की इस जीत में कई रणनीतिक पहलुओं को नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता। पहला, टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला टीम की आक्रमण शक्ति को दिखाता है, और यह सही चरण में था। दूसरा, दीपक हुड्डा ने 63 रन बना कर मध्यक्रम में स्थिरता लाई, जो किसी भी टीम के लिए महत्वपूर्ण है। तिसरा, क्रुणाल पांड्या के साथ उनका साझेदारी लगभग 80 रन की रही, जिससे स्कोर को सुरक्षित किया गया। चौथा, गेंदबाजी में रवि बिश्नोई और मार्कस स्टोइनिस ने मिलकर 4 विकेट लिए, जो विरोधी को लक्ष्य तक पहुँचने से रोकते हैं। पाँचवाँ, मुंबई की टीम को अंत में सिर्फ 53 रन चाहिए थे, पर लखनऊ की गेंदबाजियों ने 16 से ज्यादा दोड़ नहीं दी, जिससे मैच का परिणाम निश्चित हो गया। छठा, इस प्रकार की दबावपूर्ण स्थितियों में टीम को शांति बनाए रखनी चाहिए, और लखनऊ ने यही किया। सातवाँ, इस जीत से लखनऊ की लीग टेबल में स्थिति मजबूत हुई, जो आगामी प्लेऑफ़ में फायदा देगा। आठवाँ, नमन ओझा ने 45* बनाए लेकिन उसके साथ साथ टीम को सहयोगी रूप से रक्षक भूमिका निभानी थी। नौवाँ, रोहित शर्मा की 60 रन की इनिंग जितनी उज्ज्वल थी, उतनी ही अस्थिर थी क्योंकि उसके बाद के विकेट लगातार गिरते रहे। दसवाँ, टीम के फील्डिंग में भी सुधार की जरूरत है, क्योंकि कुछ महत्वपूर्ण मौके पर चूक हुई। ग्यारहवाँ, लखनऊ की कोचिंग स्टाफ ने गेंदबाजों को सही प्लान दिया, और वह प्लान सफल रहा। बारहवाँ, इस जीत से युवा खिलाड़ियों को यह सिखाया जा सकता है कि कभी हार मत मानो, चाहे परिस्थितियाँ कैसी भी हों। तेरहवाँ, अब टीम को अगले मैच में अपनी बैटिंग लाइन‑अप को और मजबूत करना चाहिए, ताकि बड़े लक्ष्य भी हासिल हो सकें। चौदहवाँ, इस तरह के प्रदर्शन से दर्शकों में उत्साह बढ़ता है और स्टेडियम का माहौल भी जीवंत रहता है। पंद्रहवाँ, कुल मिलाकर यह जीत लखनऊ की टीम के लिए एक शानदार कदम है, और सभी को इस सफलता पर बधाई देना चाहिए।