राष्ट्रपति जो बाइडन का अभियान इस बार Copa América फुटबॉल टूर्नामेंट के दौरान लातीनी वोटर्स को ध्यान में रखते हुए एक बड़े विज्ञापन अभियान की शुरुआत कर रहा है। इस साल Copa América टूर्नामेंट 20 जून से अटलांटा में कनाडा और अर्जेंटीना के बीच मैच के साथ शुरू हो रहा है। इस महत्वपूर्ण अवसर को देखते हुए, बाइडन अभियान ने लातीनी वोटर्स तक पहुंचने के लिए अपने अभियान में बड़े पैमाने पर निवेश किया है।
बाइडन अभियान का उद्देश्य है नेवाडा, जॉर्जिया, और नॉर्थ कैरोलिना जैसे महत्वपूर्ण स्विंग राज्यों में लातीनी वोटर्स तक पहुंचना। अभियान के तहत अंग्रेजी और स्पेनिश में टेलीविजन और डिजिटल विज्ञापन चलाए जाएंगे। ये विज्ञापन Fox, Univision, रेडियो और अन्य डिजिटल आउटलेट्स पर प्रसारित होंगे। इसके अलावा, अभियान समर्थित इवेंट्स, स्पोर्ट्स बार्स और रेस्तरां में विशेष इवेंट्स का आयोजन किया जाएगा।
इस अभियान का एक प्रमुख उद्देश्य बाइडन की उपलब्धियों को उजागर करना है। इनमें देश को फिर से खोलने, नौकरियां पैदा करने और बंदूक हिंसा से समुदायों को सुरक्षित बनाने जैसे प्रमुख मुद्दे शामिल हैं। अभियान के दौरान बाइडन अभियान के सॉकर जर्सी भी बेचे जाएंगे।
बाइडन अभियान ने Copa América के दौरान लातीनी समुदाय तक पहुंचने के लिए कई कार्यकम रचे हैं। इनमें घरों में पार्टी का आयोजन, स्पोर्ट्स बार्स में अभियान समर्थित इवेंट्स, और मुफ्त खाने-पीने के साथ वॉच पार्टियों का आयोजन शामिल है। इसके अलावा, अभियान का उद्देश्य अपने संगठनात्मक ऐप, Reach का उपयोग करने के लिए प्रशिक्षण देना भी है।
इस अभियान में Conexión के सह-संस्थापक एद्रियान साएंज़ का अहम योगदान है। वह इस अभियान के लातीनी मीडिया कंसलटेंट हैं और उन्होंने टूर्नामेंट के दौरान बड़े पैमाने पर दर्शक वर्ग की महत्ता पर जोर दिया है।
इस अभियान का एक और महत्वपूर्ण पहलू मैक्सिकन राष्ट्रीय टीम और अमेरिकी मेजर लीग सॉकर में इंटर मियामी के लिए हाल ही में शामिल हुए अर्जेंटीनी स्टार लियोनेल मेस्सी की लोकप्रियता का लाभ उठाना है।
बाइडन अभियान का मुख्य उद्देश्य लातीनी वोटर्स को जागरूक करना और उन्हें अपनी ओर आकर्षित करना है। इसके लिए अभियान ने उन मुद्दों को प्रमुखता दी है जो लातीनी समुदाय के करीब हैं, जैसे रोजगार के अवसर, सामुदायिक सुरक्षा और अंदरूनी हिंसा से निपटने के प्रयास।
इस अभियान की मीडिया रणनीति में प्रमुखता से अंकित है Copa América के दौरान विभिन्न मीडिया प्लेटफॉर्म्स का व्यापक उपयोग। Fox और Univision पर प्रमुखता से विज्ञापन चलाने के साथ-साथ, डिजिटल और रेडियो प्लेटफॉर्म्स पर भी अभियान जोर शोर से प्रसारित होगा। अभियान का उद्देश्य बाइडन की उपलब्धियों को केंद्र में रखते हुए लातीनी वोटर्स के बीच उनके प्रति विश्वास बढ़ाना है।
बाइडन अभियान ने खेल और राजनीति का एक अनूठा संगम प्रस्तुत किया है। Copa América टूर्नामेंट के महत्व को मद्देनजर रखते हुए, अभियान ने खेल प्रेमियों के मन में भी अपनी जगह बनाने का प्रयास किया है। विशेष रुप से, अर्जेंटीनी स्टार लियोनेल मेस्सी की लोकप्रियता का फायदा उठाते हुए, अभियान ने संभावित लातीनी मतदाताओं के दिलों में अपनी पकड़ मजबूत करने का प्रयास किया है।
इस अभियान के तहत Copa América टूर्नामेंट के दौरान बाइडन अभियान के कई महत्वपूर्ण आयोजन होंगे जिनमें 6 जुलाई को दो क्वार्टरफाइनल मैच और 10 जुलाई को शार्लोट में एक सेमीफाइनल मैच शामिल हैं। इस प्रकार, बाइडन अभियान ने सफलाई प्रक्रिया को न केवल फुटबॉल टूर्नामेंट तक सीमित रखा है, बल्कि इसके माध्यम से बड़े पैमाने पर लातीनी समुदाय तक पहुंचने का प्रयास किया है।
इस प्रकार, बाइडन अभियान ने एक प्रभावी और विस्तृत रणनीति के तहत लातीनी समुदाय के मन में जगह बनाने का प्रयास करते हुए अपनी चुनावी अभियान को सशक्त किया है।
अरे वाह, बाइडन ने फिर से फुटबॉल को वोटिंग मशीन बना दिया। लगता है अब जनसंख्या बढ़ाने के लिए गोलकीपर की जरूरत नहीं, बस विज्ञापन चाहिए। क्या राजनैतिक खेल का नया दौर शुरू हुआ?
यह अभियान देख कर दिल टूटता है। जब खिलाड़ी मैदान में जीतते हैं, तब हम राजनीति के मंच पर नाटक देखाते हैं। यह सिर्फ विज्ञापन नहीं, बल्कि जनता की भावनाओं का शोषण है। कॉपा अमेरिका का उत्साह वो है जो लोगों को एक साथ लाता है, लेकिन यहाँ इसे वोटों की उलटपट्टी के लिए उपयोग किया जा रहा है। खिलाड़ियों की मेहनत को राजनीति की सीढ़ी पर रख दिया गया है। लातीनी समुदाय को असली मुद्दों की बजाय चमकीले विज्ञापनों से प्रभावित करने का यह तरीका किसी भी लोकतांत्रिक प्रक्रिया को धूमिल करता है। कई लोग इसे एक सकारात्मक पहल मानते हैं, परंतु उनका समर्थन अक्सर विज्ञापनों की चमक में छिपा होता है। हमें सोचना चाहिए कि क्या इस तरह की रणनीति हमारे भविष्य के लिए ठोस समाधान लाएगी। जर्सी बेचकर वोट हासिल करना, यह नयी राजनीति की अभिव्यक्ति है। यह बहुत ही दुखद है कि खेल का मैदान अब राजनीतिक मंच बन चुका है। हर बार जब हम बड़े विज्ञापन देखते हैं तो सच्ची समस्या पीछे छूट जाती है। इस अभियान में लातीनी वोटर्स को लक्षित करने के लिए भाषा बदल दी गई है, फिर भी असली मुद्दे वही हैं। रोजगार, सुरक्षा और हिंसा के खिलाफ लड़ाई को सतह पर सिर्फ एक एश्चर की तरह पेश किया गया है। इस सब में आदमी का दिल भी एक श्वेतपत्र में लिख दिया गया है। इस व्यर्थ खेल में हमें अपने अस्तित्व की गहराइयों से जुड़ी समस्याओं को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
यह पहल कुछ हद तक सकारात्मक है लेकिन वास्तविक असर देखना बाकी है
सच में, राजनीति को फुटबॉल के साथ मिला कर आकर्षण दिखाने की कोशिश बेकार है। जैसा कि हमेशा कहा जाता है, विज्ञापन का जादू किसी भी वास्तविक नीति को नहीं छुपा सकता।
बाइडन का यह कदम लातीनी समुदाय को संलग्न करने का एक सराहनीय प्रयास है। आशा है कि इस पहल से मतदाताओं को सही जानकारी मिलेगी और लोकतंत्र को मजबूती मिलेगी। इस प्रकार के अभिनव रणनीतियों को हम सभी को अपनाना चाहिए।
हाय, देखो तो सही, कितना ड्रामा है इस सब में! लेकिन सच्चाई यहीं है कि जब तक लोग खेल देख रहे हैं, जब तक हम बात कर रहे हैं, तब तक वोटिंग का जादू चलता रहेगा।