चुनाव ड्यूटी: क्या करना है और किस तरह तैयार हों
क्या आप चुनाव ड्यूटी पर जाने वाले हैं? सही तैयारी से दिन आसान और सुरक्षित रहता है। नीचे सीधे, उपयोगी और तुरंत लागू करने वाले निर्देश दिए गए हैं जिनसे आप अपनी ड्यूटी जिम्मेदारी अच्छे से निभा पाएंगे।
मुख्य जिम्मेदारियाँ और दिन की रूपरेखा
ड्यूटी पर आपकी प्राथमिक जिम्मेदारी निष्पक्ष और शांत मतदान सुनिश्चित करना है। आम तौर पर आपकी दिनचर्या कुछ इस तरह होगी:
- रिपोर्टिंग टाइम पर होना: प्रोफेशनल अंदाज में समय से पहले पोलिंग स्टेशन पहुँचें।
- ट्रेनिंग और निर्देश ग्रहण: स्टेशन पर मिलने वाले निर्देश और SOPs (निर्देशों) को ध्यान से सुनें।
- सामग्री की जांच: EVM/VVPAT की सीलें, बैटरियाँ/कीज़, वोटर सूची, रजिस्टर, शामिल बैग, इंडिलिबल इंक और बैंड की जाँच करें।
- मतदाता सहायता: बुजुर्ग, बाधित या पहली बार वोट देने वालों को सहायता दें, पर गोपनीयता सुनिश्चित रखें।
- सुरक्षा और क्यू मैनेजमेंट: कतारें व्यवस्थित रखें और दहसलहित माहौल बनाए रखें। सुरक्षा बलों के निर्देशों का पालन करें।
- रिपोर्टिंग और हस्ताक्षर: खत्म होने पर जरुरी रिपोर्ट व उपकरण सुरक्षित तरीके से सौंपें।
प्रैक्टिकल टिप्स — तैयारी से रिपोर्टिंग तक
ये छोटे-छोटे कदम आपके काम को आसान कर देंगे:
- जरूरी दस्तावेज साथ रखें: पहचान पत्र और ड्यूटी आदेश की छपी हुई प्रति हमेशा साथ रखें।
- समय प्रबंधन: स्टेशन पर आने का समय, ब्रेक, और राउंड्स पहले से समझ लें।
- ईमानदारी और तटस्थता: किसी भी पार्टी या प्रत्याशी से संपर्क या समर्थन न करें। मोबाइल पर लाइव पोस्टिंग से बचें।
- चिंताजनक परिस्थिति में कदम: मतदान के असामान्य दबाव, हिंसा या मतदाता से छेड़छाड़ दिखे तो तुरंत पर्यवेक्षक या Returning Officer को सूचित करें।
- EVM/ VVPAT संभालना: सील टूटने, मशीन की गड़बड़ी या पावर इश्यू दिखे तो तुरंत तकनीकी टीम को बुलाएँ और नॉटिफाई रिकॉर्ड रखें।
- हेल्थ और ब्रेक: लंबी ड्यूटी में पानी और हल्का खाना साथ रखें। थका हुआ महसूस हो तो सुपरवाइज़र से ब्रेक की बात करें।
मतदाताओं के लिए छोटे सुझाव भी जरूरी हैं: वोटर आईडी या रजिस्टर प्रमाण साथ रखें, बूथ पर कपड़े या झंडे के साथ प्रचार न करें, बुजुर्गों को प्राथमिकता दें और शांत कतार का पालन करें।
यदि किसी भी चीज़ में संदेह हो तो लोकल Returning Officer या निर्वाचन आयोग की हेल्पलाइन 1950 पर कॉल करें। सपष्ट निर्देश और समय पर रिपोर्टिंग वोटिंग प्रक्रिया को सुरक्षित और सुचारू बनाते हैं।
ड्यूटी पर संयम रखें, नियमों का पालन करें और किसी भी असामान्य घटना को तुरंत रेकॉर्ड व रिपोर्ट करें — इससे चुनाव निष्पक्ष और भरोसेमंद बना रहता है।
बिहार में मई 2024 के अंत में भयानक हीटवेव के कारण करीब 100 लोगों की संदिग्ध मौतें हुईं, जिनमें चुनाव ड्यूटी पर तैनात 10 अधिकारी भी शामिल हैं। अस्पतालों में भारी दबाव और सरकारी तैयारियों के दावों के बीच संवेदनशील वर्गों की परेशानी और बढ़ गई।