उत्तराखंड में हुए उपचुनाव ने राजनैतिक माहौल में हड़कंप मचा दिया है। कांग्रेस पार्टी ने बद्रीनाथ और मंगलौर विधानसभा सीटों पर बढ़त बनाए रखी है। बद्रीनाथ सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार लखपत सिंह बुटोला, बीजेपी उम्मीदवार राजेंद्र भंडारी से 5,095 वोटों से आगे चल रहे हैं। लखपत सिंह बुटोला के 27,696 वोट के मुकाबले राजेंद्र भंडारी के 22,601 वोट हैं।
इस उपचुनाव में बीजेपी को बड़ी असफलता का सामना करना पड़ा है। शिव सेना (उद्धव ठाकरे गुट) की सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने बीजेपी का मजाक उड़ाया और कहा, 'जय बाबा बद्रीनाथ, गैर-जीवित पार्टी यहां भी हार गई।' उनका यह बयान बीजेपी की अयोध्या की रामनगर सीट पर हुई हार की तरफ इशारा करता है।
10 जुलाई को हुए उपचुनावों के लिए मतगणना 13 जुलाई की सुबह 8 बजे शुरू हुई। बद्रीनाथ में कुल मतदान प्रतिशत 47.68% रहा। मतगणना प्रक्रिया शांति पूर्वक संपन्न हुई। यह सीट तब खाली हुई थी जब यहां के वर्तमान विधायक राजेंद्र भंडारी ने इस्तीफा देकर मार्च में बीजेपी जॉइन कर ली थी।
कांग्रेस की इस मजबूत प्रस्तुति ने राज्य में बीजेपी की गद्दी को चुनौती दी है। यह संकेत करता है कि अगले विधानसभा चुनावों में कांग्रेस गंभीर विरोधी के रूप में उभर सकती है।
यह उपचुनाव राज्य की राजनीति में आगामी विधानसभा चुनावों के लिए एक महत्वपूर्ण संकेतक साबित हो सकते हैं। कांग्रेस के इस प्रदर्शन से साफ है कि जनता ने बीजेपी की नीतियों और कामकाज से असंतोष जताया है।
बीजेपी के लिए ये उपचुनाव परिणाम उनके लिए एक सबक हैं। उन्हें अपनी रणनीतियों पर पुनर्विचार करना होगा और जनता की समस्याओं के समाधान पर ध्यान केंद्रित करना होगा।
उत्तराखंड उपचुनाव में कांग्रेस की बढ़त ने बीजेपी को बड़ा झटका दिया है। यह परिणाम राज्य की राजनीति के भविष्य को लेकर कई सवाल उठाते हैं और यह देखना होगा कि आने वाले दिनों में दोनों पार्टियों की रणनीतियां क्या होती हैं।
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