आवा‍सम योजना 2025 – भारत की मौसम सुरक्षा का नया मानक

जब हम आवा‍सम योजना 2025, भारत सरकार की वह पहल है जो जीवित रहने के लिये मौसम‑संबंधी जोखिमों को कम करने, आपदा‑प्रबंधन को मजबूत करने और सतत विकास को बढ़ावा देने पर केंद्रित है. अक्सर इसे मौसम सुरक्षा योजना 2025 कहा जाता है, यह योजना विभिन्न मौसमी खतरों के लिए प्री‑एवैल्यूएशन, चेतावनी प्रणाली और स्थानीय स्तर पर प्रतिक्रिया तंत्र को एकीकृत करती है.

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग, देश की आधिकारिक मौसम पूर्वानुमान एजेंसी, IMD इस योजना को कार्यान्वित करने में मुख्य भूमिका निभाता है.

भारी बारिश, वर्षा की तीव्रता जो बाढ़, जलअसंतुलन और सामाजिक व्यवधान उत्पन्न करती है की निगरानी योजना के तहत की जाती है। जब ऑरेंज अलर्ट, इमरजेंसी चेतावनी जो संभावित बाढ़ या बवंडर के खतरे को दर्शाती है जारी किया जाता है, तो स्थानीय प्रशासन को तैयारी के निर्देश मिलते हैं। हाल ही में पश्चिमी व्यवधान, उच्च दबाव प्रणाली जो उत्तर‑पश्चिम से ठंडी हवा लाते हैं के कारण दिल्ली‑एनसीआर में तापमान में गिरावट, तेज़ हवाएँ और बर्फ‑बारी देखी गई। साथ ही, जलभण्डार स्तर की नियमित जाँच से जलभण्डार स्तर, बँधे हुए जल की मात्रा जो कृषि, पीने और ऊर्जा उत्पादन में उपयोग होती है की सही स्थिति स्थापित होती है, जिससे जल‑संकट प्रबंधन योजना के साथ समन्वय बना रहता है.

इन सब घटकों को जोड़कर आवा‍सम योजना 2025 एक समग्र ढांचा बनाता है जो मौसम‑संबंधी चुनौतियों को पहले पहचानता है, जल्दी चेतावनी देता है और प्रभावित क्षेत्रों में त्वरित सहायता सुनिश्चित करता है। नीचे आपको इस योजना से जुड़े नवीनतम समाचार, चेतावनी अपडेट और विशेषज्ञों की राय मिलेंगी – चाहे वह पंजाब में बवंडर का खतरा हो या गुजरात में जलभण्डार की सफलता। पढ़ें, समझें और तैयार रहें।

भिलवाड़ा यूआईटी ने 3,081 आवास लॉटरी निकाली, 89,765 आवेदकों में से 956 पैंचवाटी प्लॉट्स बँटे

भिलवाड़ा शहरी सुधार ट्रस्ट (यूआईटी) ने 22 सितंबर 2025 को 3,081 residential प्लॉट्स की लॉटरी का परिणाम घोषित किया। 89,765 आवेदनों में से पैंचवाटी योजना के 956 प्लॉट्स सबसे अधिक मांग वाले निकले। आवेदन शुल्क 2,000 रुपये था, और 61,000 आवेदनों की जाँच 20 अगस्त तक पूरी हो गई। ऑनलाइन लॉटरी जेडएआई की आईटी टीम ने की, जबकि किसानों ने मास्टर प्लान को लेकर विरोध किया।

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