अमेठी लोकसभा चुनाव 2024 के शुरुआती नतीजों में कांग्रेस के प्रत्याशी किशोरी लाल शर्मा ने बढ़त बना ली है। उन्होंने 8,916 वोटों से कांग्रेस के लिए एक आशाजनक स्थिति बनाई है। दूसरी ओर, भारतीय जनता पार्टी की प्रत्याशी और मौजूदा सांसद स्मृति ईरानी इस बार नुकसान में दिख रही हैं, उनके खाते में केवल 5,000 वोट ही आए हैं।
स्मृति ईरानी ने 2019 के चुनाव में राहुल गांधी को पराजित कर इतिहास रचा था। उस समय यह जीत 55,120 वोटों के बड़े अंतर से हुई थी, जिससे भाजपा को अमेठी में एक प्रतिष्ठित स्थान मिल गया था। लेकिन इस बार के शुरुआती नतीजे एक अलग कहानी बता रहे हैं।
अमेठी की राजनीति में एक बड़ा बदलाव इसलिए भी देखने को मिल रहा है कि इस बार राहुल गांधी चुनाव नहीं लड़ रहे हैं। राहुल गांधी, जो वर्षों से अमेठी का चेहरा रहे हैं, ने इस बार चुनाव से बाहर रहने का निर्णय लिया है। उनकी अनुपस्थिति ने इस चुनाव को और भी रोमांचक बना दिया है और कांग्रेस को एक नया चेहरा देना पड़ रहा है।
किशोरी लाल शर्मा, जो कि गांधी परिवार के पुराने सहयोगी हैं, ने इस बार कांग्रेस की तरफ से मैदान में उतरने का साहसिक फैसला लिया है। पहले से ही मिल रही समर्थन और विरासत की सहमति को देखते हुए, किशोरी लाल का प्रदर्शन काफी प्रशंसनीय है।
इस बार अमेठी के मतदाताओं में भी विशेष उत्साह देखा गया। कुल मिलाकर 54.34% मतदान हुआ, जो पांचवें चरण में हुआ था। यह आंकड़ा पिछले चुनाव की तुलना में थोड़ा अधिक है, जो यह दर्शाता है कि लोगों में चुनाव को लेकर रुचि और जागरूकता बढ़ी है।
अमेठी में कुल पांच विधानसभा सीटें हैं, जिन पर जनता ने अपने अधिकार का प्रयोग किया। मतदान प्रतिशत और लोगों की भागीदारी को देखते हुए यह स्पष्ट है कि इस चुनाव का परिणाम बेहद महत्वपूर्ण होगा।
अमेठी को कांग्रेस का ऐतिहासिक गढ़ माना जाता है। यह सीट लंबे समय तक गांधी परिवार के नाम पर रही है। राहुल गांधी, सोनिया गांधी और संजय गांधी ने इस क्षेत्र से चुनाव जीतकर कांग्रेस को मजबूत किया है। लेकिन 2019 के चुनाव में स्मृति ईरानी की जीत ने इस क्षेत्र की राजनीति को एक नया मोड़ दिया।
अब 2024 में किशोरी लाल शर्मा का उभरना और उनकी शुरुआती बढ़त यह संकेत दे रही है कि कांग्रेस अपनी पुरानी साख को वापस पाने की कोशिश कर रही है।
अमेठी में मतगणना के दौरान जबरदस्त उत्साह और तनाव का माहौल देखने को मिल रहा है। समर्थक अपने-अपने प्रत्याशियों की जीत की उम्मीद लगाए हुए हैं। जैसे-जैसे नतीजे सामने आ रहे हैं, हर तरफ से प्रतिक्रियाएं भी आ रही हैं।
सभी दलों के प्रत्याशी और उनके समर्थक मतगणना केंद्रों पर डटे हुए हैं। हर घंटे में बढ़ते वोटों की गिनती और इमारत के बाहर जमा समर्थकों की भीड़ माहौल को और भी गरमा रही है।
हालांकि, ये शुरुआती नतीजे ही हैं, लेकिन वे एक महत्वपूर्ण संदेश दे रहे हैं। यह देखना रोचक होगा कि क्या कांग्रेस अपने पुराने गढ़ को वापस पा सकेगी या भाजपा एक बार फिर इस सीट पर कब्जा जमाएगी।
स्मृति ईरानी ने पिछले पांच वर्षों में अमेठी के विकास के लिए कई कदम उठाए हैं, यह देखना होगा कि उनकी मेहनत और कई योजनाओं का असर मतदाताओं पर कितना पड़ा है।
कुल मिलाकर, अमेठी लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजे न केवल इस क्षेत्र के लिए बल्कि राष्ट्रीय राजनीति के लिए भी महत्वपूर्ण होंगे।
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