अगर आप कुरुक्षेत्र के रहने वाले हैं या यहाँ की खबरों पर नजर रखना चाहते हैं तो यह टैग पेज आपके लिए है। यहाँ आपको शहर से जुड़े रोज़मर्रा के मुद्दे, सरकारी घोषणाएँ, मौसम अलर्ट और सांस्कृतिक कार्यक्रम सीधे मिलेंगे। हम खबरें सरल भाषा में देने की कोशिश करते हैं ताकि तुरंत समझ आए और आप समय पर कार्रवाई कर सकें।
मौसम में बदलाव, सड़क कार्य, बिजली–पानी की कटौती या आपात घटनाएँ—ये वही खबरें हैं जिनसे आपका दिन प्रभावित हो सकता है। क्या आपको पता है कि बारिश की चेतावनी आने पर कौन-कौन सी सड़कों पर जलभराव की शिकायत सबसे ज्यादा आती है? इस पेज पर ऐसे रियल-टाइम अलर्ट और बचाव सलाह दिए जाएंगे। अगर कोई सरकारी आदेश या स्थानीय प्रशासन की बैठक होती है, तो संक्षेप में कारण, असर और अगले कदम बताए जाते हैं।
हम लाइव घटनाओं के दौरान अपडेट देते हैं: होली, दीपावली, मेले या धार्मिक आयोजन—ट्रैफिक निर्देश, सुरक्षा बंदोबस्त और पार्किंग की जानकारी यहां मिल जाएगी। इससे आपको पहले से योजना बनाने में आसानी होगी और भीड़-भाड़ से बचाव होगा।
सरल तरीका: पेज को बुकमार्क कर लें और 'कुरुक्षेत्र' टैग वाली सबसे नयी खबरें चेक करते रहें। व्यावहारिक सुझाव चाहिये? आप इस पेज पर आने वाली खबरों को श्रेणी से फ़िल्टर कर सकते हैं—मौसम, राजनीतिक खबर, लोकल इवेंट्स या भ्रष्टाचार/गैरकानूनी गतिविधियाँ।
अगर आप रिपोर्ट करना चाहते हैं तो फोटो-स्थान और समय के साथ हमें भेजें; सही जानकारी मिलने पर हम फॉलो-अप भी करते हैं। सवाल है कि खबर कितनी भरोसेमंद है? हर रिपोर्ट के साथ स्रोत या आधिकारिक बयान दिखाया जाता है ताकि आप खुद सत्यापित कर सकें।
यात्रा करने से पहले यहां के ट्रैफिक अपडेट और लोकल बस/रेल सूचनाएँ जरूर चेक करें। बीमारी या हीटवेव जैसी परिस्थितियों में स्थानीय स्वास्थ्य केंद्रों और राहत शिविरों की जानकारी भी समय पर उपलब्ध कराते हैं।
हमारी कोशिश रहती है कि कुरुक्षेत्र से जुड़ी हर खबर तेज़, साफ़ और काम की हो। किसी खबर पर आपकी राय है या आपने कोई घटनाक्रम देखा है तो कमेंट या रिपोर्ट भेजें—स्थानीय समुदाय की मदद से खबरें और बेहतर बनती हैं।
चाहे आप विद्यार्थी हों, यात्री हों या स्थानीय व्यापारी—यह टैग पेज दैनिक निर्णय लेने में मदद करने के लिए बनाया गया है। रोज़ाना अपडेट पढ़ने की आदत डालें ताकि कोई जरूरी सूचना छूटे नहीं।
'कुरुक्षेत्र' कार्यक्रम में राहुल गांधी के चुनावी दृष्टिकोण पर चर्चा हुई। विशेषज्ञों ने उनके बयान और राजनीति की रणनीतियों का विश्लेषण किया, और सवाल किया कि क्या चुनाव को वह जलेबी की तरह समझते हैं। उनके सीधे संवाद और राजनीतिक व्यवस्था की आलोचना के प्रभाव पर विचार किया गया।