कभी-कभी बात करने से ही हल निकल जाता है। अगर आप तनाव, रिश्तों की दिक्कत, करियर कन्फ्यूजन या उदास महसूस कर रहे हैं तो काउंसलिंग एक सीधी राह हो सकती है। काउंसलिंग यानी एक प्रशिक्षित पेशेवर के साथ बातें करके भावनाओं को समझना और समाधान ढूँढना। यह बातचीत सुरक्षित और गोपनीय होती है।
हर किसी की समस्या अलग होती है, इसलिए काउंसलिंग के भी कई रूप हैं। सबसे आम तरीके:
काउंसलर चुनते वक्त इन बातों पर ध्यान दें: योग्यता (मास्टर, लाइसेंस), अनुभव, भाषा और आपकी सहजता। शुरुआत में तीन सवाल पूछ लें — उनकी स्पेशलिटी क्या है, कितने सत्र की सलाह देते हैं, फीस और गोपनीयता की नीति क्या है।
सत्र कैसे होते हैं? आमतौर पर पहला सत्र समस्या समझने में जाता है। आपसे सवाल पूछे जाएंगे और लक्ष्य तय होंगे। अगले सत्र समाधान और अभ्यास पर काम होता है। बदलाव अक्सर कुछ सत्रों में दिखाई देने लगता है, लेकिन यह आप पर और समस्या पर निर्भर करता है।
ऑनलाइन बनाम ऑफलाइन: अगर आप बाहर जाना नहीं चाहते या उपलब्धता कम है तो ऑनलाइन अच्छा विकल्प है। पर गंभीर संकट (खुद को नुकसान पहुंचाने के विचार) में तुरंत नज़दीकी आपातकालीन सेवा या कोरोना-युग के बाद उपलब्ध स्थानीय मानसिक स्वास्थ्य हॉस्पिटल से संपर्क करें। भारत में आप राष्ट्रीय हेल्पलाइन KIRAN (1800-599-0019) सहित लोकल सपोर्ट भी देख सकते हैं।
पहला कदम क्या हो? अगर संदेह है तो एक शॉर्ट कॉल या मुफ्त परामर्श का विकल्प लें। तीन सत्र को मौका दें और फिर निर्णय लें। नोट रखें — अच्छा काउंसलर वही है जिससे आप सुरक्षित और समझा हुआ महसूस करें।
अगर आप तैयार हैं तो आज ही एक अपॉइंटमेंट लें, या एक भरोसेमंद दोस्त/परिवार से सुझाव मांगें। छोटे कदम ही बड़ा फर्क लाते हैं। काउंसलिंग एक शुरुआत है — आप अकेले नहीं हैं और मदद मिलना सामान्य बात है।
तेलंगाना काउंसिल ऑफ हायर एजुकेशन (टीएससीएचई) ने आज, 4 जुलाई, से टीएस ईएएमसीईटी काउंसलिंग 2024 के लिए पंजीकरण शुरू कर दिया है। यह काउंसलिंग 2024-25 शैक्षणिक वर्ष के लिए इंजीनियरिंग और फार्मेसी कार्यक्रमों में प्रवेश के लिए है। केवल वे विद्यार्थी जिन्होंने तेलंगाना राज्य इंजीनियरिंग, कृषि, और फार्मेसी कॉमन एंट्रेंस टेस्ट (टीएस ईएपीसीईटी) उत्तीर्ण किया है, भाग ले सकते हैं।