अमेरिका के भूतपूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने न्यूयॉर्क के मैडिसन स्क्वायर गार्डन में हाई प्रोफाइल UFC 309 फाइट का आनंद लिया, जो शनिवार की रात को आयोजित हुआ। इस बार यह फाइट विशेष रूप से आकर्षण का केंद्र बनी क्योंकि ट्रम्प, जिनके लिए UFC का जुनून नया नहीं है, वहाँ उपस्थित थे। UFC के अध्यक्ष डाना वाइट के साथ, ट्रम्प के इस आगमन को भीड़ ने गर्मजोशी से स्वागत किया। जब ट्रम्प ने हॉल में प्रवेश किया, तो दर्शकों में उत्साह की लहर दौड़ गई। दर्शक उनकी ओर देखकर खड़े हो गए और उत्साह में सीटी बजाने लगे। पूर्व राष्ट्रपति के लिए यह एक विशेष क्षण था; उन्होंने अपने प्रसिद्ध लाल टाई के साथ अपना परंपरागत अंदाज दिखाया और दर्शकों की सराहना का आनंद लिया।
अभी भीड़ की गर्जना शांत नहीं हुई थी, जब UFC प्रबंधन ने एक विशेष वीडियो पैकेज प्रसारित किया। इस वीडियो में ट्रम्प की व्हाइट हाउस वापसी की यात्रा को दिखाया गया, जिसे 'अमेरिकी इतिहास की महान वापसी' कहा गया। वीडियो के समाप्त होने पर ट्रम्प ने अपने समर्थकों की ओर अपनी मुट्ठी उठाई और उन्हें धन्यवाद दिया। जब 'विलेज पीपल' का 'YMCA' बज रहा था, तब उन्होंने थोड़े समय के लिए नृत्य भी किया। उनके साथ मौजूद UFC की प्रमुख टीम जिसमें जो रोगन भी शामिल थे, ने ट्रम्प का गर्मजोशी से स्वागत किया। ट्रम्प ने अनाउंसर्स से हाथ मिलाया और उनकी उपस्थिति ने वहाँ की भीड़ को और अधिक उत्साहित कर दिया।
इस बार फाइट के दौरान ट्रम्प के साथ कुछ महत्वपूर्ण चेहरे भी थे। एलन मस्क, जिन्हें ट्रम्प ने सरकार की सक्षमता विभाग के लिए चुना था, मौके पर मौजूद थे। साथ ही उन्हें हाउस स्पीकर माइक जॉन्सन और रॉबर्ट केनेडी जूनियर का भी साथ मिला। यह अवसर उल्लेखनीय था क्योंकि ये सभी चेहरे अमेरिका की नई संभावित नीतिगत टीम का हिस्सा थे। वहाँ उपस्थित भीड़ ने 'USA USA' के नारे लगाए और पूरा माहौल उन्मादपूर्ण हो गया। ट्रम्प के लिए यह एक शानदार अनुभव था, जो उनके समर्थकों के मन में उर्जा भरने के लिए काफी था।
UFC 309 की प्रमुख लड़ाई में स्टाइप मियोसिच और वर्तमान चैंपियन जॉन जोन्स का मुकाबला हुआ। यह फाइट दोनों के लिए महत्वपूर्ण थी, लेकिन आखिरकार जॉन जोन्स ने विजय प्राप्त की। ट्रम्प की उपस्थिति न सिर्फ उनकी व्यक्तिगत पसंद के कारण बल्कि उनके राजनीतिक एजेंडा के लिए भी मानी जा सकती है। उनके समर्थक और विरोधी दोनों ही उन्हें उनके खास शैली और मर्दानगी वाले स्वभाव के लिए जानते हैं, जो कि उनकी अभियान रणनीति का एक अहम हिस्सा था। इस यात्रा के माध्यम से ट्रम्प ने एक बार फिर अपना लोकलुभावन व्यवहार दर्शाया।
डोनाल्ड ट्रम्प का UFC के प्रति प्यार और जुड़ाव नया नहीं है। वे पहले भी कई बार UFC मुकाबलों में शिरकत कर चुके हैं। उनका यह जुड़ाव आज से करीब दो दशक पहले शुरू हुआ था। 2001 में UFC के एक आयोजन की मेजबानी ट्रम्प के ट्रम्प ताजमहल कैसिनो-होटल में की गई थी। तब से लेकर अब तक, ट्रम्प ने कई UFC मुकाबलों में व्यक्तिगत तौर पर हिस्सा लिया है, जो उनके और UFC प्रमुख डाना वाइट के बीच घनिष्ठ संबंधों को दर्शाता है।
उनकी इस यात्रा ने यह भी दिखाया कि खेलों के प्रति उनकी पसंद और जुनून कितना गहरा है। उनके बेटे डॉन जूनियर भी उस रात मौजूद थे, जिसने इस अनुभव को और अधिक पारिवारिक बना दिया। अमेरिका के चुनावी राजनीति में खेल का महत्वपूर्ण स्थान होता है और ट्रम्प ने इस मौके का भरपूर फायदा उठाया।
डोनाल्ड ट्रम्प का मैडिसन स्क्वायर गार्डन में उपस्थित होना भारतीय दर्शकों के लिए भी एक रोचक सांस्कृतिक संवाद प्रस्तुत करता है। इस प्रकार के इवेंट्स में अंतरराष्ट्रीय राजनेताओं का भाग लेना हमेशा चर्चा का केंद्र बनता है। भारतीय प्रशंसकों ने इस घटना को बड़े उत्साह के साथ देखा और सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया दी।
प्रसिद्ध पूर्व राष्ट्रपति का इस प्रकार के खेल आयोजन में उपस्थित होना नैतिक दृष्टिकोण से कई प्रश्न उठाता है। प्रथम तो यह ध्यान देना आवश्यक है कि इस तरह के सार्वजनिक मंचों में राजनीतिज्ञों की भागीदारी कभी-कभी खेल की निरपेक्षता को प्रभावित कर सकती है। दोभाषी भूमिका निभाते हुए, ट्रम्प ने अपने व्यक्तिगत हितों को राष्ट्रीय गौरव के संग मिश्रित किया। यह मिश्रण हाशिये पर रहने वाले दर्शकों के लिये भ्रम पैदा कर सकता है। तदुपरांत, इस घटना का उपयोग अभियान प्रबंधन के लिए किया गया, यह स्पष्ट है। इस प्रकार की रणनीति हमारे लोकतांत्रिक मूल्यों के अनुरूप नहीं है। इससे यह संकेत मिलता है कि बड़े मंचों में व्यक्तिगत पृष्ठभूमि को वस्तु के रूप में नहीं प्रयोग किया जाना चाहिए। यह भी विचारणीय है कि क्या खेल संगठनों को ऐसी भूमिकाओं से बचना चाहिए। इस संदर्भ में, UFC की पारदर्शिता का प्रश्न उठता है। क्या यह आयोजन केवल मनोरंजन के लिए है या इसमें कोई राजनैतिक अभिप्राय निहित है? यह भी कहा जा सकता है कि इस तरह के कृत्यों से खेल की शुद्धता धूमिल हो जाती है। तदनुसार, दर्शकों की अपेक्षा भी बदलती है। सामुदायिक भावना के लिये खेल को निरपेक्ष रखना आवश्यक है। अंत में, यह स्पष्ट है कि इस प्रकार की भागीदारी के दीर्घकालिक परिणामों का समुचित विश्लेषण आवश्यक है।
ट्रम्प की उपस्थिति देखकर कई लोग उत्साहित हुए, लेकिन कुछ को यह भी लगा कि यह सिर्फ शोबिज़नेस था। फिर भी फाइट का माहौल वास्तव में electrifying था।
डोनाल्ड ट्रम्प के इस इवेंट में पार्टिसिपेट करने से यूएफसी की ग्रॉव थ्रीलेवेल्स बढ़ गे। ये काफी इम्प्रेसिव मोमेंट्स थे।
क्या आप जानते हैं कि ट्रम्प ने 2001 में भी इसी तरह के UFC इवेंट को प्रॉपर्टी पर होस्ट किया था? वो टाइम लाइन्स काफी रोचक थे।
मैडिसन स्क्वायर गार्डन जैसी प्रतिष्ठित जगह पर इस प्रकार का इवेंट होना, राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारतीय दर्शकों के लिए अभूतपूर्व अनुभव प्रदान करता है, यह बात बिल्कुल स्पष्ट है; इस इवेंट में ट्रम्प की उपस्थिति ने एक नई ऊर्जा का संचार किया, साथ ही UFC को भी एक नई पहचान मिली, दर्शकों की प्रतिक्रियाएँ कई प्रकार की थीं, बहुत ही उत्साहपूर्ण और विविधतापूर्ण।
ओह ना, ट्रम्प ने फिर से फाइट देखी, क्या महाक्रिकेट मैच था!
भाई ट्रम्प की उपस्थिति से देश की ताकत दिखी बस इतना ही नहींाब आप सब समझे? यही असली इंडियन प्राइड है।
अरे यार, मज़ाकिया ट्रम्प वाले स्टाइल को देखो, जैसे कोई कलीब्ज़ पर पॉपकॉर्न रखे हो।
ट्रम्प का यूएफसी में आना वाकई में एक दिलचस्प पहलू है; लेकिन हमें इस तरह के इवेंट्स की सामाजिक प्रभाव पर भी गौर करना चाहिए। इस संदर्भ में, भविष्य में ऐसे आयोजनों के नियोजन में अधिक पारदर्शिता की आवश्यकता है।
उफ़, ट्रम्प का फाइट देखना जैसे जिंदगी में एक और ‘सस्पेंस’ जोड़ देना; क्या बात है, यूएफसी को भी अब एंटरटेनमेंट के तौर पर देखना चाहिए! वैसे भी, ये सब एनीवर्सरी का हिस्सा है।
सभी को लगता है कि यह सब सिर्फ शो है, लेकिन क्या कोई देख रहा है पीछे की दूसरी कहानियों को? शायद हमें सतर्क रहना चाहिए।