वीएआर (VAR): आसान भाषा में समझें कैसे काम करता है

मैच के बीच अचानक रेफरी रुक जाए और स्क्रीन पर कोई फ्लैग दिखे — यही वीएआर का असर है। अगर आप सोचते हैं कि यह बस टीवी पर रेप्ले दिखाने जैसा है, तो रुकिए — वीएआर असल में रेफरी के फैसलों को फिर से देखने और सही करने की व्यवस्था है। यहाँ मैं आपको सीधे, व्यवहारिक और सीधा तरीका बताऊँगा कि वीएआर क्या है, कब आता है और दर्शक किस तरह बदलते फैसले को समझ सकते हैं।

वीएआर कब और किसके लिए इस्तेमाल होता है?

वीएआर केवल गंभीर गलती या साफ़-सी गलती-सुधार के लिए इस्तेमाल होता है। सामान्य तौर पर चार तरह की स्थितियों के लिए इसे लागू किया जाता है: गोल/नो-गोल, पेनल्टी के निर्णय, लाल कार्ड और गलत पहचान (जब खिलाड़ी गलती से किसी और को सज़ा मिल जाए)। बाकी मामूली फुटबॉल फैसलों के लिए ऑन-फील्ड रेफरी ही अंतिम होते हैं। इसका मतलब यह नहीं कि हर छोटी गलती पर वीएआर लगेगा — केवल वही घटनाएँ जिनका परिणाम मैच पर बड़ा असर डालता है।

वीएआर कैसे काम करता है — कदम दर कदम

स्टेडियम के बाहर एक पूरी टीम होती है जो टीवी कैमरों के रिप्ले देखती है। जब कोई संदिग्ध घटना होती है, तो वीएआर अधिकारी उसे नोट करता और ऑन-फील्ड रेफरी को टैक्स्ट या ऑडियो के जरिए बताता है। रेफरी के पास दो ऑप्शन होते हैं: वीएआर की सिफारिश मानकर अपना फैसला बदलना या ऑन-फील्ड रिव्यू (ओएफआर) करना, जहाँ रेफरी मैदान किनारे जाकर स्क्रीन पर खुद घटना देखता है और फिर अंतिम फैसला देता है।

यह प्रक्रिया तेज़ और सिर्फ़ जरूरी मामलों के लिए सीमित रखी जाती है, लेकिन कभी-कभी रिव्यू में समय लग जाता है, खासकर जब ऑफसाइड लाइन, हैंडबॉल या जटिल इंटरैक्शन हो।

क्या वीएआर हमेशा सही होता है? नहीं। कैमरा एंगल, रूल्स की व्याख्या और इंसानी फैसला अभी भी रोल निभाते हैं। कई विवाद ऐसे रहते हैं जब फैंस महसूस करते हैं कि टेक्नोलॉजी ने खेल का भाव बदल दिया। पर असल बात यह है कि गलत फैसले कम हुए हैं, भले ही सब लोग हर बार संतुष्ट न हों।

दर्शक के तौर पर आप कैसे देखें कि निर्णय वैध है? सबसे पहले, अवलोकन कीजिए कि किस तरह के सबूत दिखाए जा रहे हैं: मल्टी-एंगल रिप्ले, स्लो-मोशन और ऑफसाइड लाइन सबसे निर्णायक होते हैं। अगर रेफरी ऑन-फील्ड रिव्यू पर जाता है, तो समझिए कि अंतिम अधिकार उनका ही है। सोशल मीडिया पर तुरंत राय बनाना ठीक है, पर याद रखें कि टीवी पर दिखने वाले हर एंगल स्टेडियम में उपलब्ध नहीं होते हैं।

अगर आप मैच पर जा रहे हैं या टीवी पर देख रहे हैं, तो थोड़ा धैर्य रखें। वीएआर का मकसद खेल की निष्पक्षता बढ़ाना है, लेकिन यह परफेक्ट नहीं। और हां — विवाद बने रहेंगे, यही खेल का हिस्सा है।

अगर आप चाहते हैं, मैं अगले हिस्से में आम विवादों (ऑफसाइड, हैंडबॉल) की छोटी-छोटी मिसालें और कैसे टीवी एंगल उन्हें बदल देते हैं, सरल भाषा में बता सकता हूँ। क्या आगे पढना चाहेंगे?

मैनचेस्टर यूनाइटेड ने एवर्टन के खिलाफ नाटकीय वापसी के बाद 2-2 से ड्रॉ किया

गुडिसन पार्क में हुए एक रोमांचक मुकाबले में मैनचेस्टर यूनाइटेड ने एवर्टन के खिलाफ 2-2 से ड्रॉ किया, जिसमें ब्रूनो फर्नांडीस और मैनुअल उगार्टे ने संघर्षपूर्ण वापसी करते हुए गोल किए। वीएआर के निर्णय ने स्टॉपेज टाइम में एवर्टन को पेनल्टी से वंचित कर दिया, जिससे संभावित जीत टल गई।

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