क्या आप पैसे को सिर्फ बैंक में जमाने से आगे बढ़ाना चाहते हैं? सही जगह पर हैं। यहाँ सीधे-सीधे, रोज़मर्रा की भाषा में बताऊंगा कि निवेश कहां से शुरू करें, क्या चुनें और कौन से सामान्य गलतियों से बचना चाहिए।
सबसे पहले एक छोटा कदम: आपातकालीन कोष बनाइए। इसका मतलब है 3–6 महीने के खर्च जितना पैसा ऐसे खाते में रखें जिसे तुरंत निकाल सकें। इसके बाद, अपने लक्ष्य तय करें — 1 साल, 5 साल या 10 साल। लक्ष्य तय होने पर निवेश का रास्ता साफ हो जाता है।
टारगेट छोटा है (1-3 साल)? तो बैंक FD, आरडी या शॉर्ट-टर्म बॉन्ड बेहतर रहते हैं। लक्ष्य लंबा है (5+ साल)? इक्विटी और म्यूचुअल फंड अच्छे होते हैं क्योंकि समय के साथ उतार-चढ़ाव कम असर डालते हैं।
आसान नियम अपनाइए: अपनी उम्र के हिसाब से जोखिम लें। उदाहरण: अगर आपकी उम्र 30 है तो 70–80% इक्विटी और बाकी डेट रख सकते हैं। यह केवल संकेत है, आपकी सहनशीलता और लक्ष्य तय करते हैं।
SIP कब और क्यों? हर महीने छोटी-छोटी रकम SIP में डालना सरल और दिमाग शांत करने वाला तरीका है। मार्केट नीचे भी जाए, आप कम कीमत पर यूनिट लेते हैं; ऊपर भी जाए, आपकी औसत लागत बेहतर रहती है।
स्टॉक्स बनाम म्यूचुअल फंड — क्या चुनें? अगर आपके पास समय और ज्ञान है तो सीलेक्ट स्टॉक्स लें, वरना अच्छे से रिचर्च किए गए इक्विटी म्यूच्यूअल फंड से शुरुआत करें। म्यूचुअल फंड में प्रोफेशनल मैनेजमेंट मिलता है और रिस्क अपने आप फैलता है।
टैक्स बचत? ELSS फंड, PPF और NPS टैक्स बचाने के अच्छे विकल्प हैं। ELSS में लॉक-इन कम (3 साल) और इक्विटी का फायदा मिलता है। PPF लंबी अवधि और गारंटीड रिटर्न देता है।
डाइवर्सिफिकेशन क्यों जरूरी है? सब पैसे एक जगह रखें तो रिस्क बढ़ जाता है। छोटे-अमौले में अलग- अलग असेट क्लास रखें—इक्विटी, डेट, गोल्ड और अगर संभव हो तो थोड़ा रियल एस्टेट। इससे एक एसेट की बुराई पूरे पोर्टफोलियो को नहीं हिलाती।
साधारण गलतियाँ जिनसे बचें: 1) 'ट्रेंड' स्टॉक्स पर सब पैसे लगाना, 2) बिना आपात कोष के लैव-इनवेस्टमेंट करना, 3) इमोशनल सेलिंग (न्यूनता पर बेच देना)।
नियमित रिव्यू ज़रूरी है। हर 6–12 महीने में पोर्टफोलियो देखिए, ज़रूरत हो तो रिबैलेंसिंग करिए। लेकिन बार-बार मार्केट चेक करके एफेक्टिव निर्णय मत बदलें।
अगर आपको लगे कि खुद निर्णय लेना मुश्किल है, तो फीज देकर फ़ाइनेंशियल एडवाइजर या रोबो-एडवाइजर की मदद लें। छोटी फीस देकर सही दिशा मिल सकती है।
अंत में, निवेश लंबी दौड़ का खेल है। जल्द अमीर बनने के झटपट तरीके अक्सर जोखिम भरे होते हैं। छोटे कदम, अनुशासन और समय—यही तीन चीजें आपके निवेश को कामयाब बनाती हैं।
सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विसेज (इंडिया) लिमिटेड (CDSL) के शेयरों में 13% की बढ़त, जिससे कंपनी का शेयर 2,260 रुपये के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गया। कंपनी के बोर्ड ने 2 जुलाई, 2024 को बोनस शेयर इश्यू पर विचार करने की घोषणा की है। बोर्ड की बैठक में इस प्रस्ताव पर विचार किया जाएगा।
प्रमुख प्रौद्योगिकी कंपनी Nvidia ने 10 गुणा 1 स्टॉक स्प्लिट की घोषणा की है। इस निर्णय से कंपनी के शेयर और अधिक निवेशकों के लिए सुलभ हो जाएंगे, जिससे मांग बढ़ने और शेयर मूल्य में वृद्धि होने की संभावना है। यह कदम Nvidia की हाल की सफलता और बाजार प्रभुत्व का लाभ उठाने के लिए एक रणनीतिक कदम के रूप में देखा जा रहा है।