इशांत शर्मा, भारत के टेस्ट क्रिकेट के एक अटूट स्तंभ, जो लंबी गेंदबाजी और जमीन पर गेंद को बारीकी से नियंत्रित करने के लिए जाने जाते हैं। ये एक ऐसे गेंदबाज हैं जिन्होंने भारत के लिए 100 से अधिक टेस्ट विकेट लिए और दुनिया के सबसे कठिन मैदानों पर भी अपनी बात बोली। उनकी गेंदबाजी का जादू सिर्फ तेजी में नहीं, बल्कि गेंद को हवा में उड़ाने और जमीन पर उछालने की कला में छिपा है। इशांत एक ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने बिना बड़े ड्रामे के, बिना बोले बहुत कुछ किया।
टेस्ट क्रिकेट, एक ऐसा फॉर्मेट है जहाँ धैर्य, रणनीति और लगातार प्रदर्शन की जरूरत होती है के लिए इशांत एक आदर्श उदाहरण हैं। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाजों के खिलाफ एशेज़ सीरीज़ में भारत की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। जब दूसरे गेंदबाज थक जाते थे, तब भी इशांत बरकरार रहे। उनकी गेंदें जमीन पर चिपक जाती थीं, बल्लेबाज उनके खिलाफ बैट उठाने से पहले ही डर जाते थे।
तेज गेंदबाज, ऐसे खिलाड़ी जो तेज गेंद फेंकते हैं और बल्लेबाज को बार-बार आउट करने की क्षमता रखते हैं के रूप में इशांत को देखना एक अलग अनुभव है। वो आमतौर पर 140 किमी/घंटा के आसपास गेंद फेंकते हैं, लेकिन उनकी ताकत उस तेजी में नहीं, बल्कि उनकी स्थिरता और लगातार एक ही लाइन-लेंथ पर गेंद फेंकने की क्षमता में है। उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के कठिन मैदानों पर भी अपनी बात बोली, और उनकी गेंदबाजी ने बहुत सारे बड़े बल्लेबाजों को आउट कर दिया।
इशांत के साथ जुड़े हुए कई ऐसे पल हैं जो भारतीय क्रिकेट के इतिहास में दर्ज हो गए हैं। जब भारत को बचाव के लिए दूसरे दिन बल्लेबाजी करनी पड़ी, तो उन्होंने जमीन पर गेंद को बारीकी से नियंत्रित करके टीम को बचाया। उनकी गेंदबाजी ने ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाजों को घबरा दिया, और उनके विकेट ने भारत को जीत की ओर धकेल दिया। ये खिलाड़ी अपनी आवाज़ नहीं, अपनी गेंदबाजी से बात करते हैं।
इशांत शर्मा के बारे में जानने के लिए यहाँ आपको उनके बड़े मुकाबलों, उनकी गेंदबाजी के तरीकों और उनके साथ जुड़े यादगार पलों के बारे में लिखे गए लेख मिलेंगे। आप देखेंगे कि कैसे एक अकेले गेंदबाज ने भारत की टेस्ट टीम को नई दिशा दी।
इशांत शर्मा को आईपीएल 2025 में आशुतोष शर्मा के साथ वार्तालाप के लिए नहीं, बल्कि हैदराबाद में गेंदबाजी के खराब प्रदर्शन के लिए 25% फीस जुर्माना लगा। 2015 के टेस्ट विवाद की यादें भी जाग उठीं।